लंदनः बोरिस जॉनसन ने बुधवार को औपचारिक रूप से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की कमान संभाल ली है.
गौरतलब है कि, जॉनसन ने बुधवार को औपचारिक रूप से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की कमान संभाल ली. इससे एक दिन पहले ही उन्होंने कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व के संघर्ष में शानदार जीत हासिल की थी.
पीएम मोदी ने बुधवार को बोरिस जॉनसन को ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी है.
मोदी ने ट्वीट किया, मैं आपकी सफलता की कामना करता हूं और सभी क्षेत्रों में भारत और ब्रिटेन की साझेदारी को मजबूत करने के लिए मुझे आपके साथ काम करने का इंतजार है.
बोरिस जॉनसन के ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनने पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बधाई दी है.
उन्होंने ट्वीट किया, 'यूनाइटेड किंगडम के नए प्रधानमंत्री बनने पर बोरिस जॉनसन को बधाई. वह महान होंगे.'
दूसरी तरफ ब्रिटेन की पूर्व पीएम टेरीजा मे ने ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री के तौर पर बोरिस जॉनसन के चुने जाने पर उन्हें बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट किया- हमे मिलकर ब्रेक्जिट पर काम करना है. हम पीछे वाले बेंच से आपका भरपूर सहयोग और समर्थन करेंगे.
बता दें, बकिंघम पैलेन ने बयान में जानकारी दी कि, जॉनसन ने महारानी ऐलिजाबेथ द्वितीय से मुलाकात की, जिन्होंने उनको एक नए प्रशासन का गठन करने को कहा.
गौरतलब है कि 55 साल के बोरिस जॉनसन पूर्व विदेश मंत्री और लंदन के पूर्व मेयर हैं.
पैलेस ने एक फोटो भी जारी किया है, जिसमें जॉनसन 93 वर्षीय महारानी से हाथ मिलाते दिख रहे हैं.
आपको बता दें कि, जॉनसन अब प्रधानमंत्री के रूप में डाउनिंग स्ट्रीट की सीढ़ियों से अपना पहला भाषण देंगे, और देश के बारे में अपना नजरिया पेश करेंगे.
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मंगलवार को कंजरवेटिव पार्टी के नए मुखिया और चयनित प्रधानमंत्री घोषित किए जाने के बाद जॉनसन ने कहा था, हम देश में नयी उर्जा का संचार करेंगे.
जॉनसन ने कहा, हम 31 अक्तूबर तक ब्रेग्जिट को भी अमलीजामा पहना देंगे. और इससे हमें जो भी नए अवसर मिलेंगे, हम उनका पूरा फायदा उठाएंगे.
उन्होंने इसके साथ ही कहा था, 'मूलमंत्र बेग्जिट को अंजाम देना है, देश को एकजुट करना है और जेरेमी कोर्बिन (लेबर पार्टी के नेता) को शिकस्त देना है.'
बता दें कि, ब्रेग्जिट रणनीति पर तीन बार संसद में हार का सामना करने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री टेरेसा मे को अपनी ही पार्टी के भीतर से भारी विरोध का सामना करना पड़ा था और इसी के चलते उन्हें पद से इस्तीफा भी देना पड़ा.
उन्होंने बुधवार को दिन में ही महारानी को औपचारिक रूप से अपना इस्तीफा सौंप दिया था.