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श्रीलंका में संसदीय चुनाव : कोरोना के प्रकोप के बीच शाम चार बजे तक 55 फीसदी मतदान - कोरोनावायरस महामारी

श्रीलंका में कोरोना वायरस महामारी की वजह से दो बार स्थगित किए चुनाव आज कराए जा रहे हैं. अधिकारियों के मुताबिक, स्थानीय समयानुसार शाम चार बजे तक 55 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. सर्वाधिक मतदान नुवारा-एलिया शहर में दर्ज किया गया, जहां 70 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया.

श्रीलंका में आज है मतदान,
श्रीलंका में आज है मतदान
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Published : Aug 5, 2020, 12:42 PM IST

Updated : Aug 5, 2020, 10:06 PM IST

कोलंबो: श्रीलंका में कोविड-19 के प्रकोप के बीच लोगों ने मास्क पहनकर और सावधानियां बरतते हुए बुधवार को संसदीय चुनाव में हिस्सा लिया और मतदान किया जिसमें राजपक्षे परिवार द्वारा संचालित पार्टी के जीतने की संभावना व्यक्त की जा रही है. इससे पहले ये चुनाव दो बार स्थगित हो चुके हैं.

अधिकारियों के मुताबिक, स्थानीय समयानुसार शाम चार बजे तक 55 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.

न्यूज फर्स्ट चैनल ने राष्ट्रीय चुनाव आयोग के अध्यक्ष महिंदा देशप्रिय के हवाले से कहा कि सर्वाधिक मतदान नुवारा-एलिया शहर में दर्ज किया गया जहां 70 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया.

कुछ जिलों के मतदान केंद्रों पर मास्क पहने और एहतियात बरतते मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं.

पूर्व प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे, समागी जन बालावेग (एसजेबी) महासचिव रंजीत मदुमाबंडारा और पूर्व मंत्री जॉनस्टन फर्नान्डो सहित कई शीर्ष नेताओं ने सुबह-सुबह अपने मताधिकार का उपयोग किया.

देवप्रिय ने कहा कि चुनाव परिणाम सात अगस्त तक पूरी तरह घोषित किये जा सकते हैं.

देश में चुनाव पर निगरानी रखने वाली इकाई 'पीपल्स एक्शन फॉर ए फ्री एंड फेयर इलेक्शन' (पीएएफएफआरईएल) ने चुनाव पर निगरानी रखने के लिए 5,000 पर्यवेक्षकों को तैनात किया है.

यह भी पढ़ें - तमिल नेशनल अलायंस के मंसूबों को पूरा नहीं होने देंगे : राजपक्षे

महामारी की वजह से दो बार इस चुनाव को टालना पड़ा था. संसद के 225 सदस्यों के पांच साल तक के निर्वाचन के लिए चुनाव हो रहे हैं.

करीब 1.6 करोड़ लोग 225 सांसदों में से 196 के निर्वाचन के लिए मतदान कर रहे हैं. वहीं 29 अन्य सांसदों का चयन प्रत्येक पार्टी द्वारा हासिल किए गए मतों के अनुसार बनने वाली राष्ट्रीय सूची से होगा. पहले यह चुनाव 25 अप्रैल को होने वाला था लेकिन कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर इसकी तारीख बढ़ाकर 20 जून की गई.

इसके बाद स्वास्थ्य अधिकारियों के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए चुनाव की तारीख आगे बढ़ाकर पांच अगस्त कर दी गई.

राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे की श्रीलंका पीपल्स पार्टी (एसएलपीपी) के इस चुनाव में जीतने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है. पार्टी का नेतृत्व उनके भाई और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे कर रहे हैं. राष्ट्रपति उम्मीदवार नहीं हैं जबकि महिंदा चुनाव लड़ रहे हैं.

निर्वाचन आयोग के अध्यक्ष महिंदा देशप्रिय सबसे पहले वोट डालने वाले मतदाताओं में से एक हैं. उन्होंने कहा, 'कोई भी मतदान केंद्र पर कोरोना वायरस नहीं ला सकता है, मतदान केंद्र पर भी यह वायरस नहीं है इसलिए कोई संक्रमण बाहर भी नहीं ले जा सकता है. इसलिए मैं आश्वासन दे सकता हूं कि मतदान 100 फीसदी कोरोना वायरस मुक्त होगा.'

स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के बीच देशप्रिय को 80 फीसदी मतदान की उम्मीद है. करीब 20 राजनीतिक दलों और 34 निर्दलीय समूह के 7,200 से ज्यादा उम्मीदवार 22 चुनावी जिलों से मैदान में हैं.

श्रीलंका में बड़े पैमाने पर कोरोना अपने पैर पसार रहा है. श्रीलंका में कोरोना के करीब 2834 मामले हैं.

कोलंबो: श्रीलंका में कोविड-19 के प्रकोप के बीच लोगों ने मास्क पहनकर और सावधानियां बरतते हुए बुधवार को संसदीय चुनाव में हिस्सा लिया और मतदान किया जिसमें राजपक्षे परिवार द्वारा संचालित पार्टी के जीतने की संभावना व्यक्त की जा रही है. इससे पहले ये चुनाव दो बार स्थगित हो चुके हैं.

अधिकारियों के मुताबिक, स्थानीय समयानुसार शाम चार बजे तक 55 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.

न्यूज फर्स्ट चैनल ने राष्ट्रीय चुनाव आयोग के अध्यक्ष महिंदा देशप्रिय के हवाले से कहा कि सर्वाधिक मतदान नुवारा-एलिया शहर में दर्ज किया गया जहां 70 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया.

कुछ जिलों के मतदान केंद्रों पर मास्क पहने और एहतियात बरतते मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं.

पूर्व प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे, समागी जन बालावेग (एसजेबी) महासचिव रंजीत मदुमाबंडारा और पूर्व मंत्री जॉनस्टन फर्नान्डो सहित कई शीर्ष नेताओं ने सुबह-सुबह अपने मताधिकार का उपयोग किया.

देवप्रिय ने कहा कि चुनाव परिणाम सात अगस्त तक पूरी तरह घोषित किये जा सकते हैं.

देश में चुनाव पर निगरानी रखने वाली इकाई 'पीपल्स एक्शन फॉर ए फ्री एंड फेयर इलेक्शन' (पीएएफएफआरईएल) ने चुनाव पर निगरानी रखने के लिए 5,000 पर्यवेक्षकों को तैनात किया है.

यह भी पढ़ें - तमिल नेशनल अलायंस के मंसूबों को पूरा नहीं होने देंगे : राजपक्षे

महामारी की वजह से दो बार इस चुनाव को टालना पड़ा था. संसद के 225 सदस्यों के पांच साल तक के निर्वाचन के लिए चुनाव हो रहे हैं.

करीब 1.6 करोड़ लोग 225 सांसदों में से 196 के निर्वाचन के लिए मतदान कर रहे हैं. वहीं 29 अन्य सांसदों का चयन प्रत्येक पार्टी द्वारा हासिल किए गए मतों के अनुसार बनने वाली राष्ट्रीय सूची से होगा. पहले यह चुनाव 25 अप्रैल को होने वाला था लेकिन कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर इसकी तारीख बढ़ाकर 20 जून की गई.

इसके बाद स्वास्थ्य अधिकारियों के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए चुनाव की तारीख आगे बढ़ाकर पांच अगस्त कर दी गई.

राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे की श्रीलंका पीपल्स पार्टी (एसएलपीपी) के इस चुनाव में जीतने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है. पार्टी का नेतृत्व उनके भाई और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे कर रहे हैं. राष्ट्रपति उम्मीदवार नहीं हैं जबकि महिंदा चुनाव लड़ रहे हैं.

निर्वाचन आयोग के अध्यक्ष महिंदा देशप्रिय सबसे पहले वोट डालने वाले मतदाताओं में से एक हैं. उन्होंने कहा, 'कोई भी मतदान केंद्र पर कोरोना वायरस नहीं ला सकता है, मतदान केंद्र पर भी यह वायरस नहीं है इसलिए कोई संक्रमण बाहर भी नहीं ले जा सकता है. इसलिए मैं आश्वासन दे सकता हूं कि मतदान 100 फीसदी कोरोना वायरस मुक्त होगा.'

स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के बीच देशप्रिय को 80 फीसदी मतदान की उम्मीद है. करीब 20 राजनीतिक दलों और 34 निर्दलीय समूह के 7,200 से ज्यादा उम्मीदवार 22 चुनावी जिलों से मैदान में हैं.

श्रीलंका में बड़े पैमाने पर कोरोना अपने पैर पसार रहा है. श्रीलंका में कोरोना के करीब 2834 मामले हैं.

Last Updated : Aug 5, 2020, 10:06 PM IST
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