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उत्तर कोरिया के खिलाफ पाबंदियां हटाने का अमेरिका ने विरोध किया

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह उन वादों की दिशा में कार्य करेगा, जो दोनों देशों के बीच 2018 में सिंगापुर में समझौता हुआ था. इसके साथ ही अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर लगे प्रतिबंधों को खत्म करने का विरोध किया है. पढ़ें पूरी खबर.

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Published : Dec 18, 2019, 6:17 PM IST

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डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग

संयुक्त राष्ट्र : अमेरिका ने कहा कि वह चीन और रूस के उस मसौदा प्रस्ताव का विरोध करता है, जो उत्तर कोरिया के महत्वपूर्ण निर्यातों पर संयुक्त राष्ट्र (संरा) के प्रतिबंधों को खत्म करने से जुड़ा है.

अमेरिका ने मंगलवार को इस प्रस्ताव के समय पर भी सवाल उठाया और कहा कि यह ऐसे समय लाया गया है, जब प्योंगयांग उकसावे वाली कार्रवाई की धमकी दे रहा है और परमाणु निरस्त्रीकरण पर बातचीत करने के लिए अमेरिकी अधिकारियों से मिलने से इनकार कर रहा है.

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप उन वायदों की दिशा में प्रगति करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं, जो उन्होंने जून 2018 में सिंगापुर में उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ पहले सम्मेलन में किए थे. दोनों नेताओं ने देशों के बीच संबंधों में बड़े परिवर्तन करने, दीर्घकालिक शांति कायम करने और पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण सुनिश्चित करने का संकल्प लिया था.

उसने कहा कि लेकिन वह अकेला यह नहीं कर सकता.

पढ़ें : उ. कोरिया के बयान शत्रुतापूर्ण और गैरजरूरी : अमेरिकी राजदूत

संरा सुरक्षा परिषद सदस्यों को सोमवार रात भेजे गए मसौदा प्रस्ताव के मुताबिक यह उत्तर कोरिया के निर्यातों पर लगाए गए प्रतिबंध खत्म कर सकता है और इसका उद्देश्य वहां के नागरिकों की आजीविका को बेहतर बनाना है.

बता दें कि यह उत्तर कोरिया के लोगों के विदेशों में काम करने पर लगी पाबंदी हटाने से भी जुड़ा है और विदेशों में काम कर रहे सभी उत्तर कोरियाई लोगों को 22 दिसंबर तक वापस भेजने के फैसले को भी रद्द कर सकता है.

संयुक्त राष्ट्र : अमेरिका ने कहा कि वह चीन और रूस के उस मसौदा प्रस्ताव का विरोध करता है, जो उत्तर कोरिया के महत्वपूर्ण निर्यातों पर संयुक्त राष्ट्र (संरा) के प्रतिबंधों को खत्म करने से जुड़ा है.

अमेरिका ने मंगलवार को इस प्रस्ताव के समय पर भी सवाल उठाया और कहा कि यह ऐसे समय लाया गया है, जब प्योंगयांग उकसावे वाली कार्रवाई की धमकी दे रहा है और परमाणु निरस्त्रीकरण पर बातचीत करने के लिए अमेरिकी अधिकारियों से मिलने से इनकार कर रहा है.

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप उन वायदों की दिशा में प्रगति करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं, जो उन्होंने जून 2018 में सिंगापुर में उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ पहले सम्मेलन में किए थे. दोनों नेताओं ने देशों के बीच संबंधों में बड़े परिवर्तन करने, दीर्घकालिक शांति कायम करने और पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण सुनिश्चित करने का संकल्प लिया था.

उसने कहा कि लेकिन वह अकेला यह नहीं कर सकता.

पढ़ें : उ. कोरिया के बयान शत्रुतापूर्ण और गैरजरूरी : अमेरिकी राजदूत

संरा सुरक्षा परिषद सदस्यों को सोमवार रात भेजे गए मसौदा प्रस्ताव के मुताबिक यह उत्तर कोरिया के निर्यातों पर लगाए गए प्रतिबंध खत्म कर सकता है और इसका उद्देश्य वहां के नागरिकों की आजीविका को बेहतर बनाना है.

बता दें कि यह उत्तर कोरिया के लोगों के विदेशों में काम करने पर लगी पाबंदी हटाने से भी जुड़ा है और विदेशों में काम कर रहे सभी उत्तर कोरियाई लोगों को 22 दिसंबर तक वापस भेजने के फैसले को भी रद्द कर सकता है.

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