लाहौर: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में थाने के अंदर एसएचओ के पद से नीचे के कर्मियों द्वारा स्मार्टफोन (जिन में वीडियो रिकॉर्ड की जा सकती हो) प्रयोग में लाए जाने पर पाबंदी लगा दी गई है. पाक के एक अखबार के अनुसार, यह फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है जब पंजाब पुलिस की बर्बरता और दुराचार के जुड़े कई वीडियो लोगों के सामने आए हैं.
पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) आरिफ नवाज के अनुसार, थाने में आने वाले आम नागरिक भी पुलिस स्टेशनों के अंदर मोबाइल लेकर नहीं आ सकते हैं. प्रवेश करने से पहले उन्हें स्मार्टफोन्स एंट्री साइट पर जमा कराने होंगे.
निम्न श्रेणी के पुलिस अधिकारियों को उन फोन्स को इस्तेमाल में लाने की इजाजत होगी, जिनमें वीडियो रिकॉर्ड नहीं किए जा सकते हैं.
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रावलपिंडी सीपीओ फैसल राणा ने इस संबंध में पुलिस अधिकारियों के साथ एक बैठक की. उन्होंने इसके बाद संबंधित अधिकारियों को व्यक्तियों को अवैध रूप से हिरासत में रखने और उन्हें प्रताड़ित करने के खिलाफ लिखित निर्देश भेज दिए हैं.
यह कदम तब उठाया गया है, जब इससे एक दिन पहले ही पंजाब के आईजीपी ने वरिष्ठ पुलिसकर्मियों को न्यायिक हिरासत में होने वाली मृत्यु के बाबत पत्र लिख कर चेताया था.
जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भी पुलिस हिरासत में हो रही मौतों पर दुख जताया था.
साथ ही जिला और पुलिस अधिकारियों द्वारा सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से पुलिस स्टेशनों की निगरानी के मनमाने तरीकों (मन चाहे तरीके से बंद और खोलने) से भी वह नाराज थे.