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चीन और पाक में मानवाधिकारों के उल्लंघनों पर अमेरिकी सदन में आया प्रस्ताव

चीन और पाकिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघनों पर अमेरिकी सदन में प्रस्ताव लाया गया है. अमेरिका के दो शक्तिशाली सांसदों ने प्रतिनिधि सभा में यह प्रस्ताव पेश किया है. इस प्रस्ताव में श्रीलंका में तमिल भाषी लोगों का भी जिक्र है.

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Published : Nov 21, 2020, 3:46 PM IST

वॉशिंगटन : अमेरिका के दो शक्तिशाली सांसदों ने प्रतिनिधि सभा में एक प्रस्ताव पेश किया है. प्रस्ताव में एशिया समेत पूरी दुनिया में लोगों को गायब करने की घटनाओं को बंद करने की मांग की गई है. इस प्रस्ताव में श्रीलंका में तमिल भाषी लोगों और चीन में उइगर मुस्लिमों समेत सभी पीड़ितों के लिए न्याय और जवाबदेही का समर्थन किया गया है.

यह प्रस्ताव कांग्रेस सदस्य ब्रैड शेरमैन और जैमी रस्किन लेकर आए हैं तथा इसमें अमेरिका द्वारा इंटरनेशनल कन्वेंशन फॉर द प्रोटेक्शन ऑफ ऑल पर्सन्स फ्रॉम एन्फोर्स्ड डिसअपिरियंसेस का अनुमोदन करने की मांग की गई है.

पढ़ें-15वां जी-20 शिखर सम्मेलन आज से, पीएम मोदी होंगे शामिल

शेरमैन ने कहा कि मानवाधिकारों के इस किस्म के उल्लंघनों के बारे में कुछ करने की जरूरत है. लोगों को गायब करने तथा मानवाधिकारों के अन्य उल्लंघनों के बारे में हमें अपनी आवाज उठानी चाहिए और इन्हें बंद करने के लिए अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम करना चाहिए.

रस्किन ने कहा कि लोगों को गायब करने की समस्या एशिया तथा दुनिया के अन्य हिस्सों में मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन करने वाली हैं. प्रस्ताव में पाकिस्तान के सिंध समुदाय, श्रीलंका के तमिलों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, इंडोनेशिया में सुहार्तो शासन के पीड़ितों और चीन के उइगर मुस्लिमों के खिलाफ इस तरह के घृणित अपराध को रोकने तथा सभी पीड़ितों के लिए न्याय एवं जवाबदेही का समर्थन किया गया है. इस प्रस्ताव का एमनेस्टी इंटरनेशनल ने समर्थन किया है.

वॉशिंगटन : अमेरिका के दो शक्तिशाली सांसदों ने प्रतिनिधि सभा में एक प्रस्ताव पेश किया है. प्रस्ताव में एशिया समेत पूरी दुनिया में लोगों को गायब करने की घटनाओं को बंद करने की मांग की गई है. इस प्रस्ताव में श्रीलंका में तमिल भाषी लोगों और चीन में उइगर मुस्लिमों समेत सभी पीड़ितों के लिए न्याय और जवाबदेही का समर्थन किया गया है.

यह प्रस्ताव कांग्रेस सदस्य ब्रैड शेरमैन और जैमी रस्किन लेकर आए हैं तथा इसमें अमेरिका द्वारा इंटरनेशनल कन्वेंशन फॉर द प्रोटेक्शन ऑफ ऑल पर्सन्स फ्रॉम एन्फोर्स्ड डिसअपिरियंसेस का अनुमोदन करने की मांग की गई है.

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शेरमैन ने कहा कि मानवाधिकारों के इस किस्म के उल्लंघनों के बारे में कुछ करने की जरूरत है. लोगों को गायब करने तथा मानवाधिकारों के अन्य उल्लंघनों के बारे में हमें अपनी आवाज उठानी चाहिए और इन्हें बंद करने के लिए अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम करना चाहिए.

रस्किन ने कहा कि लोगों को गायब करने की समस्या एशिया तथा दुनिया के अन्य हिस्सों में मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन करने वाली हैं. प्रस्ताव में पाकिस्तान के सिंध समुदाय, श्रीलंका के तमिलों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, इंडोनेशिया में सुहार्तो शासन के पीड़ितों और चीन के उइगर मुस्लिमों के खिलाफ इस तरह के घृणित अपराध को रोकने तथा सभी पीड़ितों के लिए न्याय एवं जवाबदेही का समर्थन किया गया है. इस प्रस्ताव का एमनेस्टी इंटरनेशनल ने समर्थन किया है.

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