रामल्ला: फलस्तीन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भारत के प्रतिनिधि कार्यालय (आरओआई) द्वारा पश्चिम तट पर ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के तहत आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि भारत 'प्रेरणा का स्रोत' (Palestinian official described India as a source of inspiration) है और वैश्विक स्तर पर अग्रणी दर्जा हासिल करते हुए फलस्तीनियों के लिये 'बेजोड़ उदाहरण' पेश करता है. फिलिस्तीन में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के क्रम में आरओआई ने विभिन्न हिस्सों में 10-15 जनवरी के बीच कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जिसमें हिंदी दिवस, राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाई जाने वाली स्वामी विवेकानंद की जयंती और मकर संक्रांति से जुड़े कार्यक्रम शामिल हैं.
यह अवधि ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ आयोजन के समापन के साथ पूरी हुई. इसके तहत आरओआई ने स्थानीय स्कूलों और धर्मार्थ संस्थानों को मास्क और अन्य स्वच्छता सामग्री दान की. समारोह का आयोजन नब्लस नगर पालिका, बेतुनिया और रामल्लाह शिक्षा निदेशालय के साथ साझेदारी में किया गया था. ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ के मौके पर कार्यक्रमों के हिस्से के रूप में और स्थानीय युवाओं के लिए सामाजिक संपर्क के ढांचे के तहत, फिलिस्तीन में भारत के प्रतिनिधि, मुकुल आर्य ने 13 जनवरी को बेतुनिया बेसिक ब्वॉयज स्कूल का दौरा किया. आर्य ने दोनों देशों के बीच समानताओं और गहन सामाजिक सांस्कृतिक संपर्क का जिक्र किया.
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इस मौके पर बेतुनिया के महापौर रिब्बी डोलेह ने कहा, 'भारत न केवल राजनीतिक रूप से फिलिस्तीन का समर्थन करता है, बल्कि भारत अपने इतिहास के कारण फिलिस्तीनियों के लिए प्रेरणा स्रोत है, इसके नेतृत्व के महान सिद्धांत एक ऐसे देश का बेजोड़ उदाहरण स्थापित करते हैं जिसने अहिंसक साधनों के माध्यम से अपनी स्वतंत्रता प्राप्त की थी और आज न केवल क्षेत्र में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अग्रणी स्थिति प्राप्त की.'
(पीटीआई-भाषा)