इस्लामाबाद : संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में वित्त मंत्री शौकत तारिन द्वारा शुक्रवार को पेश किए गए बजट 2021-22 पर चर्चा होनी थी. नेता प्रतिपक्ष शाहबाज शरीफ ने बजट पर चर्चा की शुरुआत के लिए पारंपरिक भाषण देने की कोशिश की तो सत्ता पक्ष के सांसदों ने शोर मचाना शुरू कर दिया.
देखते ही देखते सदन जंग के मैदान में तब्दील हो गया और कुछ सांसद आमने-सामने आ गए और तीखी नोंकझोंक शुरू हो गई. अंत में बजट के दस्तावेज एक दूसरे पर फेंके गए. विपक्ष पर चीखते सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता अली अवान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
दस्तावेज आंख पर लगने पर पीटीआई की सांसद मलिका बुखारी को उपचार दिया गया. हालांकि उन्हें गंभीर चोट नहीं आई. पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के नेता शाहबाज शरीफ ने बाद में ट्वीट किया कि सत्तारूढ़ पीटीआई फासीवादी पार्टी है. उन्होंने ट्वीट किया कि आज पूरे देश ने अपने टीवी स्क्रीन पर देखा कि कैसे सत्ताधारी दल ने गुंडागर्दी और यहां तक कि खुलेआम गालियों का सहारा लिया. इससे पता चलता है कि इमरान खान और उनकी पूरी पार्टी नैतिक रूप से कितनी स्तरहीन है. दुर्भाग्यपूर्ण!
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सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि हंगामे के लिए पीएमएल-एन जिम्मेदार है क्योंकि इसके सदस्यों में से एक ने गलत शब्दों का इस्तेमाल किया. जिससे पीटीआई के कुछ सदस्यों को गुस्से में प्रतिक्रिया देनी पड़ी. इस पूरे घटनाक्रम के दौरान पीटीआई के वरिष्ठ नेता मुस्कुराते हुए दिखे.
(पीटीआई-भाषा)