ETV Bharat / international

पाकिस्तान ने पंजशीर घाटी हमले में संलिप्तता की खबरों को किया खारिज

पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की पंजशीर घाटी में तालिबान के हमले में मदद देने की खबरों को खारिज करते हुए इन्हें बदनीयती से किया जा रहा दुष्प्रचार अभियान करार दिया है.

attack
attack
author img

By

Published : Sep 10, 2021, 3:43 PM IST

इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की पंजशीर घाटी में तालिबान के हमले में मदद देने की खबरों को खारिज किया है. तालिबान ने कहा कि उसने पंजशीर घाटी पर कब्जा कर लिया है. पिछले महीने अफगानिस्तान में हमला करने के बाद उनके नियंत्रण से बस यही प्रांत बचा हुआ था.

कुछ खबरों में सेंटकोम (अमेरिकी मध्य कमान) के एक सूत्र के हवाले से कहा गया है कि पाकिस्तानी सेना ड्रोन हमलों द्वारा और पाकिस्तानी विशेष बलों से भरे 27 हेलीकॉप्टरों के साथ पंजशीर में तालिबान के हमले में सहायता कर रही थी.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता आसिम इफ्तिखार ने बृहस्पतिवार रात जारी एक बयान में इन आरोपों को दुष्ट भावना से चलाए जा रहे दुष्प्रचार अभियान के हिस्से के रूप में सिरे से खारिज कर दिया. बयान में कहा गया कि ये दुर्भावनापूर्ण आरोप पाकिस्तान को बदनाम करने और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने के हताश प्रयास का एक हिस्सा थे.

प्रवक्ता ने शांतिपूर्ण, स्थिर, संप्रभु एवं समृद्ध अफगानिस्तान के लिए पाकिस्तान की स्थायी प्रतिबद्धता को दोहराया. तालिबान छापेमारों ने अगस्त के मध्य में अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया और पश्चिमी देशों द्वारा समर्थित निर्वाचित नेतृत्व को हटा दिया.

तालिबान को हटाने के लिए अमेरिकी सेना की अगुवाई में किए गए आक्रमण के लगभग 20 साल बाद छापामारों ने देश पर फिर से कब्जा कर लिया है. पंजशीर, एक दुर्गम पहाड़ी घाटी है जहां 150000 से 200000 लोग रहते हैं.

यह भी पढ़ें-भारत ने अफगानिस्तान में स्थिति को बेहद नाजुक बताया, कही बड़ी बात

यह 1980 के दशक में अफगानिस्तान के सोवियत कब्जे में होने और तालिबान के शासन की पिछली अवधि के दौरान 1996 से 2001 के बीच प्रतिरोध का केंद्र था.

(पीटीआई-भाषा)

इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की पंजशीर घाटी में तालिबान के हमले में मदद देने की खबरों को खारिज किया है. तालिबान ने कहा कि उसने पंजशीर घाटी पर कब्जा कर लिया है. पिछले महीने अफगानिस्तान में हमला करने के बाद उनके नियंत्रण से बस यही प्रांत बचा हुआ था.

कुछ खबरों में सेंटकोम (अमेरिकी मध्य कमान) के एक सूत्र के हवाले से कहा गया है कि पाकिस्तानी सेना ड्रोन हमलों द्वारा और पाकिस्तानी विशेष बलों से भरे 27 हेलीकॉप्टरों के साथ पंजशीर में तालिबान के हमले में सहायता कर रही थी.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता आसिम इफ्तिखार ने बृहस्पतिवार रात जारी एक बयान में इन आरोपों को दुष्ट भावना से चलाए जा रहे दुष्प्रचार अभियान के हिस्से के रूप में सिरे से खारिज कर दिया. बयान में कहा गया कि ये दुर्भावनापूर्ण आरोप पाकिस्तान को बदनाम करने और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने के हताश प्रयास का एक हिस्सा थे.

प्रवक्ता ने शांतिपूर्ण, स्थिर, संप्रभु एवं समृद्ध अफगानिस्तान के लिए पाकिस्तान की स्थायी प्रतिबद्धता को दोहराया. तालिबान छापेमारों ने अगस्त के मध्य में अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया और पश्चिमी देशों द्वारा समर्थित निर्वाचित नेतृत्व को हटा दिया.

तालिबान को हटाने के लिए अमेरिकी सेना की अगुवाई में किए गए आक्रमण के लगभग 20 साल बाद छापामारों ने देश पर फिर से कब्जा कर लिया है. पंजशीर, एक दुर्गम पहाड़ी घाटी है जहां 150000 से 200000 लोग रहते हैं.

यह भी पढ़ें-भारत ने अफगानिस्तान में स्थिति को बेहद नाजुक बताया, कही बड़ी बात

यह 1980 के दशक में अफगानिस्तान के सोवियत कब्जे में होने और तालिबान के शासन की पिछली अवधि के दौरान 1996 से 2001 के बीच प्रतिरोध का केंद्र था.

(पीटीआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.