इस्लामाबाद : पाकिस्तान की एक संसदीय समिति ने तथाकथित 'हत्या सूची' के मामले में जांच का आदेश दिया है जिसमें देश की सार्वजनिक हस्तियों के नाम हैं. कुछ दिन पहले ही तालिबान के एक पूर्व ओहदेदार ने सूची की मौजूदगी की पुष्टि की थी और ब्रिटेन के एक प्रमुख अखबार ने इस बारे में खबर प्रकाशित की.
विपक्षी पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) नेता शाजिया मारी की अध्यक्षता वाली समिति ने गृह सचिव को निर्देश दिया कि सीनेटर फरहतुल्ला बाबर और अफरासियाब खट्टक के साथ तत्काल बैठक करें और जांच के संबंध में उनसे जानकारी लें. डॉन अखबार ने शुक्रवार को यह खबर जारी की. दोनों सीनेटरों के नाम उक्त सूची में सामने आये हैं. समिति ने तालिबान के पूर्व प्रवक्ता एहसानुल्ला एहसन की एक महीने पुरानी फेसबुक पोस्ट को जारी किया था जिसमें उक्त सूची का स्पष्ट उल्लेख है.
एहसन ने पोस्ट में लिखा कि उसे कुछ लोगों की हत्या करने के लिए एक दस्ते की अगुवाई करने को कहा गया है. एहसन के अनुसार 'हत्या सूची' में पूर्व सीनेटरों फरहतुल्ला बाबर, अफरासियाब खट्टक, सैयद आलम महसूद और मुफ्ती किफायतुल्ला के नाम हैं.
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ब्रिटेन के गार्डियन अखबार ने कुछ दिन पहले खबर जारी की थी कि विदेशों में रहने वाले कुछ पाकिस्तानी विद्रोहियों द्वारा हत्या की धमकियां दी जा रही हैं. पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने तुरत फुरत इस तरह की कोई सूची होने की बात खारिज कर दी. हालांकि उसने कहा कि केवल खारिज करने से संदेह दूर नहीं होता.
(पीटीआई-भाषा)