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पाकिस्तान : बिल्डर ने हनुमान मंदिर और हिंदुओं के घरों को किया ध्वस्त

पाकिस्तान के कराची में एक प्राचीन हनुमान मंदिर और इसके आसपास रहने वाले करीब 20 हिंदू परिवारों के घरों को ध्वस्त कर दिया गया है. लोगों का आरोप है कि एक बिल्डर ने कोरोना लॉकडाउन का फायदा उठाकर मंदिर के साथ हिंदुओं के घरों को भी ध्वस्त कर दिया. स्थानीय अधिकारियों ने बिल्डर के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं.

प्राचीन हनुमान मंदिर
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Published : Aug 25, 2020, 11:08 PM IST

नई दिल्ली : पाकिस्तान के कराची शहर में स्थित एक प्राचीन हनुमान मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया है. साथ ही मंदिर के पास रहने वाले करीब 20 हिंदू परिवारों के घरों को भी गिरा दिया गया है. यह मंदिर ल्यारी क्षेत्र में स्थित था.

इलाके के हिंदुओं ने मंदिर के मलबे के पास जमा होकर विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद पुलिस ने जांच की और इलाके को सील कर दिया.

पाक मीडिया के अनुसार, ल्यारी के सहायक आयुक्त अब्दुल करीम मेमन ने मंदिर को ध्वस्त करने वाले बिल्डर के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं.

स्थानीय लोगों का कहना कि बिल्डर ने कथित रूप से मंदिर के आसपास की जमीन खरीदी थी और वहां आवासीय परिसर का निर्माण करना चाहता था. हालांकि उसने हिंदुओं से वादा किया था कि वह मंदिर को कुछ नहीं होने देगा, लेकिन उसने कोरोना महामारी के चलते लागू लॉकडाउन के बीच मंदिर के साथ हिंदुओं के घरों को भी ध्वस्त कर दिया.

स्थानीय निवासी हर्ष ने कहा, 'लॉकडाउन के दौरान किसी को भी मंदिर में जाने की अनुमति नहीं थी. उसने (बिल्डर) स्थिति का फायदा उठाया और हमारे पूजा स्थल को ध्वस्त कर दिया.'

उन्होंने कहा कि मंदिर के जीर्णोद्धार की मांग की जा रही है. उन्होंने बताया कि बिल्डर ने इसके आसपास रहने वाले परिवारों को वैकल्पिक आवास देने का आश्वासन दिया था.

कराची के हिंदू कार्यकर्ता मोहन लाल ने बिल्डर पर मंदिर के पास जमा होकर विरोध कर रहे अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को धमकाने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'हमने मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की, लेकिन बिल्डर ने हमें प्रवेश नहीं करने दिया.'

दक्षिण के उपायुक्त इरशाद अहमद सोधार ने बताया कि वहां पहले दो मंदिर थे, लेकिन एक को पहले ही हटा दिया गया था.

उन्होंने न्याय दिलाने का वादा करते हुए कहा, 'न्याय दिलाने के लिए पुरातत्वविद् सहित एक समिति का निर्माण किया जाएगा और सात दिनों के भीतर जांच पूरी हो जाएगी. हम सुनिश्चित करेंगे कि सभी को न्याय मिले.'

एक अन्य स्थानीय निवासी मोहम्मद इरशाद बलूच ने मीडिया को बताया, 'यह अन्याय है, उन्होंने पूजा स्थल को ध्वस्त कर दिया. यह एक पुराना मंदिर था. हम जब बच्चे थे, तब से इसे देखते आ रहे हैं.'

नई दिल्ली : पाकिस्तान के कराची शहर में स्थित एक प्राचीन हनुमान मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया है. साथ ही मंदिर के पास रहने वाले करीब 20 हिंदू परिवारों के घरों को भी गिरा दिया गया है. यह मंदिर ल्यारी क्षेत्र में स्थित था.

इलाके के हिंदुओं ने मंदिर के मलबे के पास जमा होकर विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद पुलिस ने जांच की और इलाके को सील कर दिया.

पाक मीडिया के अनुसार, ल्यारी के सहायक आयुक्त अब्दुल करीम मेमन ने मंदिर को ध्वस्त करने वाले बिल्डर के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं.

स्थानीय लोगों का कहना कि बिल्डर ने कथित रूप से मंदिर के आसपास की जमीन खरीदी थी और वहां आवासीय परिसर का निर्माण करना चाहता था. हालांकि उसने हिंदुओं से वादा किया था कि वह मंदिर को कुछ नहीं होने देगा, लेकिन उसने कोरोना महामारी के चलते लागू लॉकडाउन के बीच मंदिर के साथ हिंदुओं के घरों को भी ध्वस्त कर दिया.

स्थानीय निवासी हर्ष ने कहा, 'लॉकडाउन के दौरान किसी को भी मंदिर में जाने की अनुमति नहीं थी. उसने (बिल्डर) स्थिति का फायदा उठाया और हमारे पूजा स्थल को ध्वस्त कर दिया.'

उन्होंने कहा कि मंदिर के जीर्णोद्धार की मांग की जा रही है. उन्होंने बताया कि बिल्डर ने इसके आसपास रहने वाले परिवारों को वैकल्पिक आवास देने का आश्वासन दिया था.

कराची के हिंदू कार्यकर्ता मोहन लाल ने बिल्डर पर मंदिर के पास जमा होकर विरोध कर रहे अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को धमकाने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'हमने मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की, लेकिन बिल्डर ने हमें प्रवेश नहीं करने दिया.'

दक्षिण के उपायुक्त इरशाद अहमद सोधार ने बताया कि वहां पहले दो मंदिर थे, लेकिन एक को पहले ही हटा दिया गया था.

उन्होंने न्याय दिलाने का वादा करते हुए कहा, 'न्याय दिलाने के लिए पुरातत्वविद् सहित एक समिति का निर्माण किया जाएगा और सात दिनों के भीतर जांच पूरी हो जाएगी. हम सुनिश्चित करेंगे कि सभी को न्याय मिले.'

एक अन्य स्थानीय निवासी मोहम्मद इरशाद बलूच ने मीडिया को बताया, 'यह अन्याय है, उन्होंने पूजा स्थल को ध्वस्त कर दिया. यह एक पुराना मंदिर था. हम जब बच्चे थे, तब से इसे देखते आ रहे हैं.'

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