नई दिल्ली: पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा के लिए मंगलवार से ईरान की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं. बता दें, संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा के समापन के बाद शाह महमूद कुरैशी यह यात्रा कर रहे हैं.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के अनुसार कुरैशी ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ के साथ प्रतिनिधिस्तर की वार्ता करेंगे. जानकारी के मुताबिक दोनों मंत्री विभिन्न क्षेत्र में सहयोग को और गहरा करने के लिए द्विपक्षीय समझौते की समीक्षा भी करेंगे. एक जारी किए बयान के मुताबिक दोनों पक्षों की ओर से अफगान शांति प्रक्रिया और कश्मीर मुद्दे के नवीनतम घटनाक्रम सहित क्षेत्रीय सुरक्षा पर चर्चा की जाने की उम्मीद है. इस दौरान आर्थिक सहयोग संगठन के तहत क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा.
वहीं, अपनी यात्रा के दौरान शाह महमूद कुरैशी ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी और संसद के अध्यक्ष मोहम्मद बकर कलिबफ से भी मुलाकात करेंगे.
इस मामले पर ईटीवी भारत से बात करते हुए पूर्व राजदूत जितेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की ईरान यात्रा यह संकेत देती है कि पाकिस्तान अपनी साख को साबित करने की कोशिश कर रहा है और ईरान सहित अपने सभी पड़ोसियों को संदेश भेज रहा है कि पाकिस्तान का इरादा अच्छा है और वह इस क्षेत्र में तनाव नहीं चाहेगा. यह पाकिस्तान को उसके पड़ोसी की नजर में भुनाने और उसकी तथाकथित साख स्थापित करने की कवायद है कि पाकिस्तान एक शांतिप्रिय देश है और वह हमेशा भारत और अन्य देशों के साथ दोस्ती करने की कोशिश करेगा.
यह पूछे जाने पर कि क्या अफगान शांति प्रक्रिया कुरैशी की यात्रा का मुख्य घटक है, इस पर त्रिपाठी ने कहा कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री को अमेरिका से अफगान शांति प्रक्रिया के बारे में कुछ संकेत मिल सकते हैं और वह ईरान को बताना चाहते हैं और उस पर ईरान का संज्ञान लेना चाहते हैं.
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, दोनों पक्षों से क्षेत्रीय सुरक्षा पर चर्चा करने की उम्मीद है जिसमें अफगान शांति प्रक्रिया और कश्मीर मुद्दे में नवीनतम घटनाक्रम शामिल हैं, बयान में कहा गया है कि आर्थिक सहयोग संगठन के तहत क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने पर विचार-विमर्श होगा आयोजित किया गया. इस बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान मई में ईद-अल-फित्र से पहले या तुरंत बाद सऊदी अरब का दौरा करेंगे.
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यात्रा के दौरान इमरान खान सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिलेंगे.