हैदराबाद (डेस्क): भारत के रक्षा एवं अनुसंधान संगठन (DRDO) के मिशन शक्ति पर पाकिस्तान और चीन ने प्रतिक्रिया दी है. PAK ने अपने बयान में तंज कसा है, जबकि चीन ने शांति बरकरार रखने की अपील की है.
चीन के विदेश मंत्रालय ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा 'हमने खबरें देखी हैं और उम्मीद करते हैं कि प्रत्येक देश बाहरी अंतरिक्ष में शांति बनाये रखेंगे.'
मिशन शक्ति पर पाकिस्तान ने भी प्रतिक्रिया दी है. विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा है कि बाहरी अंतरिक्ष में हथियारों के प्रयोग पर रोक लगाने का पाक समर्थन करता रहा है.
इस बयान में कहा गया है कि अंतरिक्ष पूरी मानव जाति के लिए एक साझा विरासत है.बयान में कहा गया कि हर देश को इस बात की जिम्मेदारी लेनी चाहिए कि वे इस भाग का सैन्यीकरण नहीं करेंगे.
पाक ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष कानून में खामियों को दूर करने की बात भी कही है. ऐसा करने के पीछे कारण का जिक्र करते हुए पाक ने कहा कि किसी को भी शांतिपूर्ण प्रक्रिया और समाजिक-आर्थिक विकास के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की दिशा में खतरा नहीं खड़ा करना चाहिए.
बता दें कि चीन ने मिशन शक्ति की तरह ऐसा ही एक परीक्षण जनवरी, 2007 में किया था. इस समय चीनी उपग्रह रोधी मिसाइल ने एक निष्क्रिय मौसम उपग्रह को नष्ट कर दिया था.
भारत की कार्रवाई परपाक ने तंज कसते हुए कहा कि ऐसा करना डॉन क्विक्जोट की तरह शेखी बघारना है.
बता दें कि डॉन क्विक्जोट सन 1605 और 1615 में दो भाग में प्रकाशित स्पैनिश उपन्यास है.यह कृति विश्व साहित्य के श्रेष्ठतम उपन्यासों में से एक मानी गयी है.
स्पैनिश भाषा में इसे El Ingenioso Hidalgo Don Quijote de la Mancha लिखा जाता है.
इसकी कहानी Alonso Quixano नाम के एक रईस शख्स के कारनामों के बारे में है.
उपन्यास का यह पात्र इतने सारे रोमांस के किस्से पढ़ता है कि वह अपनी पवित्रता खो देता है. बाद में Quixano शिष्टाचार पुनर्जीवित कर डॉन क्विक्जोट नाम से अपने देश की सेवा करता है.