ताइपे : कोरोना वायरस महामारी के बीच ताइवान की राजधानी में रविवार को वार्षिक एलजीबीटीक्यू प्राइड परेड का आयोजन किया गया. ताइवान की 'सेंट्रल न्यूज एजेंसी' ने बताया कि आमतौर पर परेड में लाखों लोग शामिल होते हैं, लेकिन कोरोना वायरस संकट और भारी बारिश के कारण परेड में यहां बेहद कम लोग शामिल हुए.
उसने बताया कि रविवार को परेड में एक हजार से अधिक लोग शामिल हुए थे. परेड में शामिल हुए लोगों ने कहा कि यह परेड ताइवान की महामारी से निपटने की क्षमता और सभी लैंगिक समुदायों के अधिकारों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता की गवाह है.
ताइवान एशिया का एकमात्र देश है, जहां समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता प्राप्त है और उनकी उदार राजनीतिक प्रणाली ने हमेशा अभिव्यक्ति की आजादी और एकत्रित होने की स्वतंत्रता को बढ़ावा दिया है.
परेड में हिस्सा लेने वाली अमेरिकी छात्रा लॉरेन कॉज ने कहा कि परेड आयोजित करने की ताइपे की क्षमता वास्तव में प्रभावित करने वाली है.
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि ताइवान ने अभी तक काफी अच्छा काम किया है और मुझे यहां रहने पर गर्व है. सिर्फ इसलिए नहीं कि यह मेरे जैसे समलैंगिक समुदाय के लोगों के प्रति उदार है, बल्कि इसलिए कि यह विश्व के लिए एक उदाहरण है कि महामरी से कैसे निपटना चाहिए.'
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वहीं न्यूयॉर्क उन शहरों में शामिल है, जिसने सामाजिक दूरी बनाए रखने का हवाला देते हुए 'गे प्राइड परेड' रद्द करने पर जोर दिया था.
पृथक केन्द्रों की सुविधा और संक्रमितों के सम्पर्क में आए लोगों की पहचान तेज करने के बाद से कोविड-19 के मामले कम होता देख ताइवान ने ऐसे अधिकतर प्रतिबंध हटा दिए थे. इस 2.37 करोड़ आबादी वाले द्वीप में कोरोना वायरस के 447 मामले सामने आए हैं, जिनमें से सात लोगों की जान गई है.