यरुशलम : भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद पर पिछले कुछ महीने से गतिरोध जा रही है. दोनों देशों की सेनाएं वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर आमने-सामने हैं. दोनों पक्षों के बीच सैन्य, राजनयिक व कूटनीतिक स्तर पर कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन तनाव कम करने पर अभी तक कोई ठोस सहमति नहीं बन पाई है.
इस बीच इजराइल ने उम्मीद जताई है कि भारत और चीन 'शांतिपूर्ण ढंग' से अपने मतभेद दूर कर लेंगे.
इजराइल के विदेश मंत्रालय में एशिया-प्रशांत मामलों के उप महानिदेशक गिलाड कोहेन ने बुधवार को ऑनलाइन ब्रीफिंग के दौरान भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, 'हम शांतिपूर्ण ढंग से सभी मुद्दों के समाधान की उम्मीद करते हैं. यही हमारी इच्छा है.'
भारत और चीन के सैनिकों के बीच जून में गलवान घाटी में झड़प के बाद पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव बढ़ गया था. सोमवार को एक बार फिर ऐसी ही घटना हुई.
भारत ने मंगलवार को कहा था कि चीन के सैनिकों ने सोमवार को पूर्वी लद्दाख में उसकी सीमा के करीब आने की कोशिश की और हवा में गोलियां भी चलाईं, जिसके बाद तनाव बढ़ गया. वास्तविक नियंत्रण रेखा पर 45 साल बाद गोलियां चली हैं.
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कोहेन ने कहा कि इजराइल के दोनों देशों से अच्छे संबंध हैं और वह उनके साथ व्यापारिक संबंध रखने का इच्छुक है.
उन्होंने कहा, 'हम एशिया में सभी देशों के साथ अच्छे संबंध रखने की कोशिश करते हैं और यह हमारे लिये बेहद महत्वपूर्ण है. जैसा कि आप जानते हैं कि हमारे भारत के साथ अच्छे हैं. वैसे ही चीन के साथ भी अच्छे रिश्ते हैं.'