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आईएसआई प्रमुख ने किया एलओसी का दौरा, शीर्ष आतंकी कमांडरों से की मुलाकात

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Published : Jun 4, 2020, 2:07 PM IST

आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद ने मुजफ्फराबाद (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) के लोअर गोजरा इलाके में आतंकवादी सरगनाओं के साथ एक गुप्त बैठक की है. भारतीय खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट से खुलासा हुआ. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान सैकड़ों प्रशिक्षित आतंकवादियों की भारत में घुसपैठ कराने की फिराक में है.

आईएसआई प्रमुख ने किया एलओसी का दौरा
आईएसआई प्रमुख ने किया एलओसी का दौरा

नई दिल्ली : वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत-चीन सीमा गतिरोध का लाभ उठाते हुए पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) जम्मू में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास सैकड़ों प्रशिक्षित आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की फिराक में है.

भारतीय खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि एक हफ्ते पहले आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद और पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने मुजफ्फराबाद (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) के लोअर गोजरा इलाके में एक गेस्ट हाउस में शीर्ष आतंकवादी सरगनाओं के साथ एक गुप्त बैठक की , जिसमें जैश-ए मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का भाई मोहम्मद ताहिर अनवर भी शामिल था.

खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी लेफ्टिनेंट जनरल हमीद ने पीओके के सीमावर्ती क्षेत्रों में अपने गुप्त दौरे से पहले पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा के साथ एक लंबी बैठक की.

रिपोर्ट के मुताबिक पिछले महीने छह मई को आईएसआई प्रमुख फैज हमीद और पीएम इमरान खान के बीच एक और महत्वपूर्ण बैठक हुई थी, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और पीएम के सहायक डॉ. मोइद यूसुफ भी मौजूद थे. इस बैठक में कई महत्वपूर्ण रणनीतिक निर्णय लिए गए. इस बैठक के खत्म होने के बाद इमरान ने एक आश्चर्यजनक ट्वीट में LOC पर 'घुसपैठ' की खबरों का सार्वजनिक रूप से खंडन किया था.

पढ़ें : जासूसी के आरोप में पकड़े गए राजनयिकों के मामले में पाकिस्तान बेनकाब, अब जता रहा विरोध

इंटेलिजेंस ब्यूरो के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पीओके में लेफ्टिनेंट जनरल हमीद की गुप्त यात्रा का उद्देश्य विभिन्न आतंकवादी संगठनों के कमांडरों का मनोबल बढ़ाना था, जो पाकिस्तान के संरक्षण में फल-फूल रहे हैं ताकि भारत में हिंसक हमलों को जारी रखा जा सके.

यह पहली बार नहीं है, जब आईएसआई प्रमुख और उनके प्रमुख अधिकारियों की टीम ने मुजफ्फराबाद में आतंकी सरगनाओं के साथ गुप्त बैठकों की अध्यक्षता की है. वर्षों से आईएसआई का उद्देश्य जम्मू और कश्मीर में विध्वंसक गतिविधियों को बढ़ावा देना ही रहा है.

खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएसआई और पाकिस्तान सेना के गुप्त कार्रवाई प्रभाग ने कई सौ सशस्त्र आतंकवादियों को रसद मुहैया कराया है. ये आतंकवादी पाकिस्तान की तरफ वाले एलओसी में आतंकी शिविरों और 15 लॉन्चिंग पैड्स के पास जमा हैं. पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के फिदायीन समूह कैडर ग्रेनेड लांचर, स्नाइपर राइफल और एम16ए2 और एके56 राइफल जैसे अन्य हथियारों से लैस हैं.

पढ़ें : पाकिस्तान के कानून मंत्री फरोग नसीम ने पद से इस्तीफा दिया

इसके पूर्व भारतीय सेना के शीर्ष कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बी.एस. राजू ने कहा था कि पीओके में आतंकवादी शिविर और लॉन्च पैड पाकिस्तानी आतंकवादियों से भरे हुए हैं, जो सीमा पार से भारत में घुसपैठ करने के लिए बेताब रहते हैं.

लेफ्टिनेंट जनरल राजू ने मीडिया से कहा था कि पाकिस्तान की सेना घुसपैठियों पर सख्ती कर रही है क्योंकि भारतीय सेना ने भारतीय जमीन पर काम कर रहे कई विदेशी आतंकवादियों को खत्म कर दिया है. उन्होंने महसूस किया कि गर्मियों में पाकिस्तान अधिक से अधिक आतंकवादियों को जम्मू-कश्मीर के अंदर पहुंचाने की कोशिश करेगा, लेकिन भारतीय सेना ऐसे प्रयासों को कुचलने के लिए तैयार है.

नई दिल्ली : वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत-चीन सीमा गतिरोध का लाभ उठाते हुए पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) जम्मू में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास सैकड़ों प्रशिक्षित आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की फिराक में है.

भारतीय खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि एक हफ्ते पहले आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद और पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने मुजफ्फराबाद (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) के लोअर गोजरा इलाके में एक गेस्ट हाउस में शीर्ष आतंकवादी सरगनाओं के साथ एक गुप्त बैठक की , जिसमें जैश-ए मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का भाई मोहम्मद ताहिर अनवर भी शामिल था.

खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी लेफ्टिनेंट जनरल हमीद ने पीओके के सीमावर्ती क्षेत्रों में अपने गुप्त दौरे से पहले पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा के साथ एक लंबी बैठक की.

रिपोर्ट के मुताबिक पिछले महीने छह मई को आईएसआई प्रमुख फैज हमीद और पीएम इमरान खान के बीच एक और महत्वपूर्ण बैठक हुई थी, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और पीएम के सहायक डॉ. मोइद यूसुफ भी मौजूद थे. इस बैठक में कई महत्वपूर्ण रणनीतिक निर्णय लिए गए. इस बैठक के खत्म होने के बाद इमरान ने एक आश्चर्यजनक ट्वीट में LOC पर 'घुसपैठ' की खबरों का सार्वजनिक रूप से खंडन किया था.

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इंटेलिजेंस ब्यूरो के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पीओके में लेफ्टिनेंट जनरल हमीद की गुप्त यात्रा का उद्देश्य विभिन्न आतंकवादी संगठनों के कमांडरों का मनोबल बढ़ाना था, जो पाकिस्तान के संरक्षण में फल-फूल रहे हैं ताकि भारत में हिंसक हमलों को जारी रखा जा सके.

यह पहली बार नहीं है, जब आईएसआई प्रमुख और उनके प्रमुख अधिकारियों की टीम ने मुजफ्फराबाद में आतंकी सरगनाओं के साथ गुप्त बैठकों की अध्यक्षता की है. वर्षों से आईएसआई का उद्देश्य जम्मू और कश्मीर में विध्वंसक गतिविधियों को बढ़ावा देना ही रहा है.

खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएसआई और पाकिस्तान सेना के गुप्त कार्रवाई प्रभाग ने कई सौ सशस्त्र आतंकवादियों को रसद मुहैया कराया है. ये आतंकवादी पाकिस्तान की तरफ वाले एलओसी में आतंकी शिविरों और 15 लॉन्चिंग पैड्स के पास जमा हैं. पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के फिदायीन समूह कैडर ग्रेनेड लांचर, स्नाइपर राइफल और एम16ए2 और एके56 राइफल जैसे अन्य हथियारों से लैस हैं.

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इसके पूर्व भारतीय सेना के शीर्ष कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बी.एस. राजू ने कहा था कि पीओके में आतंकवादी शिविर और लॉन्च पैड पाकिस्तानी आतंकवादियों से भरे हुए हैं, जो सीमा पार से भारत में घुसपैठ करने के लिए बेताब रहते हैं.

लेफ्टिनेंट जनरल राजू ने मीडिया से कहा था कि पाकिस्तान की सेना घुसपैठियों पर सख्ती कर रही है क्योंकि भारतीय सेना ने भारतीय जमीन पर काम कर रहे कई विदेशी आतंकवादियों को खत्म कर दिया है. उन्होंने महसूस किया कि गर्मियों में पाकिस्तान अधिक से अधिक आतंकवादियों को जम्मू-कश्मीर के अंदर पहुंचाने की कोशिश करेगा, लेकिन भारतीय सेना ऐसे प्रयासों को कुचलने के लिए तैयार है.

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