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भारत-ऑस्ट्रेलिया की मित्रता भरोसे व सम्मान पर आधारित : स्कॉट मॉरिसन

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने भारत को अपने देश का पुराना मित्र बताया है. उन्होंने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया की मित्रता भरोसा और सम्मान पर आधारित है. विस्तार से पढ़ें पूरी खबर...

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स्कॉट मॉरिसन
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Published : Aug 14, 2020, 6:53 PM IST

मेलबर्न : ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने भारत को अपने देश का पुराना मित्र बताते हुए शुक्रवार को 74वें भारतीय स्वतंत्रता दिवस से पहले दुनियाभर में रह रहे भारतीयों को भरोसा, सम्मान और दोस्ती का विशेष संदेश भेजा.

मॉरिसन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच 'गहरी दोस्ती' व्यापार और कूटनीति से कहीं बडा दायरा रखती है.

प्रधानमंत्री ने कहा, 'यह गहरी मित्रता भरोसा और सम्मान पर आधारित है. यह कूटनीति, रक्षा सहयोग, भारतवंशियों तथा दोस्ती से प्रेरित है.' उन्होंने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया भारत के स्वतंत्रता दिवस समारोहों में उसके साथ तहेदिल से शामिल है और देश की जनता को अपनी हार्दिक बधाई प्रेषित करता है.'

कोविड-19 महामारी का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस साल आयोजन अलग दिखेंगे और कई पारंपरिक समारोह नहीं होंगे, वहीं दोनों पक्ष अपने साझा मूल्यों से मजबूती प्राप्त कर सकते हैं.

मॉरिसन ने एक बयान में कहा, 'जैसा कि मैंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ऑस्ट्रेलिया यात्रा के दौरान कहा था कि हमारी संस्कृतियां अलग हो सकती हैं, लेकिन हम समान चीजों में भरोसा करते हैं. हम अपने राष्ट्रीय जीवन में, कानून के शासन में, अधिकारों का संरक्षण करने वाले संस्थानों में मतपेटी की सर्वोच्चता में और बेहतर संसार बनाने के लिए स्वतंत्र लोगों की जिम्मेदारी पर भरोसा करते हैं.'

उन्होंने कहा, 'हमारे साझा मूल्यों, हितों और उद्देश्यों के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मैंने इस साल जून में द्विपक्षीय संबंधों की एक समग्र रणनीतिक साझेदारी के रूप में ऐतिहासिक उन्नयन की घोषणा की थी.'

प्रधानमंत्री ने कहा कि द्विपक्षीय साझेदारी क्षेत्र और वैश्विक समुदाय की भलाई के लिए है और यह महत्वपूर्ण साबित होगी जहां दोनों देश कोविड-19 महामारी के स्वास्थ्य संबंधी, सामाजिक और आर्थिक प्रभावों से उबरने के लिए काम करेंगे.

उन्होंने कहा, 'हम जानते हैं कि हमारे देशों के बीच लोग जीवंत सेतु का काम कर रहे हैं. इनमें छात्र, कुशल कामगार हैं. भारतीय धरोहर के लोगों ने इस देश को समृद्ध बनाया है. हमारे यहां सर्वाधिक प्रवासी भारत से आते हैं और उनकी मौजूदगी ने ऑस्ट्रेलिया को पृथ्वी पर बहु-संस्कृति वाला सर्वाधिक सफल देश बनाने में योगदान दिया है.'

ये भी पढ़ें- ऑस्ट्रेलिया में मॉरिसन की चमत्कारिक जीत, PM मोदी और ट्रंप ने दी बधाई

मॉरिसन के अलावा न्यू साउथ वेल्स की प्रीमियर ग्लेडीज बेरेजिकलियान और विपक्षी लेबर पार्टी के नेता एंथनी अल्बानीज ने भी भारतीयों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बधाई प्रेषित कीं.

ग्लेडीज ने कहा, 'मैं न्यू साउथ वेल्स में सभी भारतीय-ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए प्रसन्नता का अनुभव कर रही हूं. यह दिन एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में भारत की स्थापना को चिह्नित करता है. हर जगह भारतीय इस बात से गौरवान्वित हो सकते हैं कि भारत विश्व में सम्मानित स्थान रखता है और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है.'

अल्बानीज ने कहा कि इस साल समारोह पारंपरिक आयोजनों की तरह नहीं होंगे, लेकिन भावनाएं समान हैं. उन्होंने स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के पहले प्रसिद्ध भाषण का जिक्र करते हुए कहा, 'भारत 73 साल बाद अब भी दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है.'

मेलबर्न : ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने भारत को अपने देश का पुराना मित्र बताते हुए शुक्रवार को 74वें भारतीय स्वतंत्रता दिवस से पहले दुनियाभर में रह रहे भारतीयों को भरोसा, सम्मान और दोस्ती का विशेष संदेश भेजा.

मॉरिसन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच 'गहरी दोस्ती' व्यापार और कूटनीति से कहीं बडा दायरा रखती है.

प्रधानमंत्री ने कहा, 'यह गहरी मित्रता भरोसा और सम्मान पर आधारित है. यह कूटनीति, रक्षा सहयोग, भारतवंशियों तथा दोस्ती से प्रेरित है.' उन्होंने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया भारत के स्वतंत्रता दिवस समारोहों में उसके साथ तहेदिल से शामिल है और देश की जनता को अपनी हार्दिक बधाई प्रेषित करता है.'

कोविड-19 महामारी का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस साल आयोजन अलग दिखेंगे और कई पारंपरिक समारोह नहीं होंगे, वहीं दोनों पक्ष अपने साझा मूल्यों से मजबूती प्राप्त कर सकते हैं.

मॉरिसन ने एक बयान में कहा, 'जैसा कि मैंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ऑस्ट्रेलिया यात्रा के दौरान कहा था कि हमारी संस्कृतियां अलग हो सकती हैं, लेकिन हम समान चीजों में भरोसा करते हैं. हम अपने राष्ट्रीय जीवन में, कानून के शासन में, अधिकारों का संरक्षण करने वाले संस्थानों में मतपेटी की सर्वोच्चता में और बेहतर संसार बनाने के लिए स्वतंत्र लोगों की जिम्मेदारी पर भरोसा करते हैं.'

उन्होंने कहा, 'हमारे साझा मूल्यों, हितों और उद्देश्यों के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मैंने इस साल जून में द्विपक्षीय संबंधों की एक समग्र रणनीतिक साझेदारी के रूप में ऐतिहासिक उन्नयन की घोषणा की थी.'

प्रधानमंत्री ने कहा कि द्विपक्षीय साझेदारी क्षेत्र और वैश्विक समुदाय की भलाई के लिए है और यह महत्वपूर्ण साबित होगी जहां दोनों देश कोविड-19 महामारी के स्वास्थ्य संबंधी, सामाजिक और आर्थिक प्रभावों से उबरने के लिए काम करेंगे.

उन्होंने कहा, 'हम जानते हैं कि हमारे देशों के बीच लोग जीवंत सेतु का काम कर रहे हैं. इनमें छात्र, कुशल कामगार हैं. भारतीय धरोहर के लोगों ने इस देश को समृद्ध बनाया है. हमारे यहां सर्वाधिक प्रवासी भारत से आते हैं और उनकी मौजूदगी ने ऑस्ट्रेलिया को पृथ्वी पर बहु-संस्कृति वाला सर्वाधिक सफल देश बनाने में योगदान दिया है.'

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मॉरिसन के अलावा न्यू साउथ वेल्स की प्रीमियर ग्लेडीज बेरेजिकलियान और विपक्षी लेबर पार्टी के नेता एंथनी अल्बानीज ने भी भारतीयों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बधाई प्रेषित कीं.

ग्लेडीज ने कहा, 'मैं न्यू साउथ वेल्स में सभी भारतीय-ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए प्रसन्नता का अनुभव कर रही हूं. यह दिन एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में भारत की स्थापना को चिह्नित करता है. हर जगह भारतीय इस बात से गौरवान्वित हो सकते हैं कि भारत विश्व में सम्मानित स्थान रखता है और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है.'

अल्बानीज ने कहा कि इस साल समारोह पारंपरिक आयोजनों की तरह नहीं होंगे, लेकिन भावनाएं समान हैं. उन्होंने स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के पहले प्रसिद्ध भाषण का जिक्र करते हुए कहा, 'भारत 73 साल बाद अब भी दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है.'

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