इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्वी पंजाब प्रांत में एक चलती ट्रेन में भीषण आग लगने से कम से कम 74 लोगों की मौत हो गई थी. मौत के बाद मृतकों के परिजन उन्हें सुपुर्द-ए-खाक करने के लिए मीरपुर खास में एकत्रित हुए है. मृतकों में से कई एक ही शहर के रहने वाले हैं.
घटनास्थल से जैसे ही एंबुलेंस के जरिए पहला शव यहां पहुंचा शोक में डूबे परिजनों की यहां सरकारी इमारत में भीड़ जुट गई. सुबह की प्रार्थना के बाद पहले जनाजे में सौ से ज्यादा लोग शामिल हुए. यह जनाजा कार मकेनिक मोहम्मद सलीम का था.
शोकाकुल परिजन यहां बिस्मिल्लाह मस्जिद में एकत्र हुए और सुबह की नमाज अदा की. वहां से एक दिन पहले कम से कम 42 श्रद्धालु लाहौर के पास एक धार्मिक त्यौहार में शामिल होने के लिये ट्रेन में सवार हुए थे.
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शहर के उपायुक्त अताउल्ला शाह ने बताया कि मृतकों में इस शहर के आठ लोगों के शामिल होने की अभी तक पुष्टि हुई है जबकि यहां के घायल यात्रियों की संख्या 24 है.
उन्होंने बताया कि कम से कम अन्य 40 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं.
अधिकारियों के मुताबिक ट्रेन में आग उस वक्त लगी, जब कुछ यात्री सुबह का नाश्ता बना रहे थे और दो गैस सिलिंडरों में विस्फोट हो गया. हादसा 31 अक्टूबर को हुआ था.
उन्होंने बताया कि तेजगाम एक्सप्रेस कराची से रावलपिंडी जा रही थी तभी सुबह लाहौर से करीब 400 किलोमीटर दूर रहीम यार खान जिले के समीप लियाकतपुर में यह हादसा हुआ जिसमें तीन डिब्बे बुरी तरह से जल गए. इनमें महिलाओं और बच्चों समेत 200 यात्री सवार थे.