इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ के परिवार के दबाव और मेडिकल बोर्ड की सिफारिशों के चलते देश लौटने की संभावना नहीं है. एक मीडिया रिपोर्ट में रविवार को यह जानकारी दी गई.
मुशर्रफ देश में संविधान को निलंबित करने को लेकर देशद्रोह के मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं.
यह घटनाक्रम तब हुआ जब एक दिन पहले ही उनके वकील सलमान सफदर ने कहा था कि 75 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति अपनी बिगड़ती सेहत के बावजूद अदालत के समक्ष उपस्थित होने के लिये प्रतिबद्ध हैं.
अदालत ने दो मई को होने वाली सुनवाई के लिये मुशर्रफ को तलब किया था. हालांकि, 'डॉन न्यूज' ने खबर दी है कि जनरल (सेवानिवृत्त) मुशर्रफ मेडिकल बोर्ड की सिफारिशों और परिवार के दबाव के मद्देनजर पाकिस्तान नहीं लौटे.
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ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग के सदस्य अली नवाब चित्राली ने कहा, 'जनरल मुशर्रफ परिवार से दबाव का सामना कर रहे हैं कि वह अपने स्वास्थ्य की कीमत पर यात्रा नहीं करें. सभी लोग जानते हैं कि जनरल मुशर्रफ अपनी जुबान के पक्के हैं, इसलिये उनके 50 फीसदी वापसी की अब भी संभावना है.'
सदस्य ने कहा, 'वह पाकिस्तान आने को उत्सुक हैं और अदालत के समक्ष उपस्थित होना चाहते हैं. वह रीढ़ की हड्डी में गंभीर दर्द से पीड़ित हैं और मेडिकल बोर्ड ने उन्हें यात्रा नहीं करने की सलाह दी है.'
एक विशेष अदालत ने मुशर्रफ के खिलाफ मार्च 2014 में देशद्रोह के आरोप तय किये थे.