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चीन में मंकी बी वायरस संक्रमण से डॉक्टर की मौत, जानिए कितना है घातक?

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Published : Jul 18, 2021, 8:57 PM IST

चीन में मंकी बी वायरस से पहले इंसान को इंफेक्शन और मौत का मामला सामने आया है. जिस शख्स की मौत हुई है वो बीजिंग में रहते थे और जानवरों के डॉक्टर थे.

Monkey B virus
Monkey B virus

बीजिंग : चीन में एक पशु चिकित्सक में मंकी बी वायरस नाम का संक्रमण पाया गया है. संक्रमण के कारण चिकित्सक की मौत हो गई है. फिलहाल डॉक्टर के करीबी इस वायरस से सुरक्षित हैं. उनमें ये वायरस नहीं पाया गया है. चिकित्सक में मिला मंकी बी वायरस चीन के पहले मानव संक्रमण मामले की पुष्टि की गई है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने रविवार को यह जानकारी दी.

ग्लोबल टाइम्स के अनुसार बीजिंग के एक पशु चिकित्सक (53) में मंकी बी वायरस संक्रमण के कारण मौत हो गई. वह गैर-मानव प्राइमेट पर शोध करने वाली एक संस्था के लिए काम करते थे. मार्च की शुरुआत में दो मृत बंदरों के चीर-फाड़ करने के एक महीने बाद मतली और उल्टी के शुरुआती लक्षण दिखाई दिए थे. चीन के सीडीसी वीकली इंग्लिश प्लेटफॉर्म ऑफ चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने यह खुलासा किया है. इस पत्रिका ने कहा कि पशु चिकित्सक की 27 मई को ही मौत हो गई थी.

1932 में सामने आया था यह वायरस

चीन में पशु चिकित्सक के मंकी बी संक्रमित होने व उसके बाद मौत होने का यह पहला मामला है. शोधकर्ताओं ने अप्रैल में पशु चिकित्सक के मस्तिष्कमेरु द्रव (Cerebrospinal Fluid) को एकत्र किया था. जांच में उसमें मंकी बीवी वायरस पाया गया. इसके बाद पशु चिकित्सक के करीबी संपर्क के लोगों के नमूने लिए गए, लेकिन उनमें वायरस नहीं मिला. यह वायरस 1932 में सामने आया था. यह सीधे संपर्क और शारीरिक स्राव के माध्यम से फैलता है. इसकी मृत्यु दर 70 से 80 फीसदी है. यह वायरस सीधे संपर्क और शारीरिक स्रावों के आदान-प्रदान के माध्यम से फैलता है.

पत्रिका ने सुझाव दिया कि बंदरों में बी वायरस श्रमिकों के लिए संभावित खतरा पैदा कर सकता है. इस वायरस को खत्म करना और चीन में प्रयोगशाला निगरानी तंत्र को मजबूत करना आवश्यक है.

पढ़ेंः अमेरिका में मिला मंकीपॉक्स वायरस संक्रमण का पहला मामला

(एएनआई)

बीजिंग : चीन में एक पशु चिकित्सक में मंकी बी वायरस नाम का संक्रमण पाया गया है. संक्रमण के कारण चिकित्सक की मौत हो गई है. फिलहाल डॉक्टर के करीबी इस वायरस से सुरक्षित हैं. उनमें ये वायरस नहीं पाया गया है. चिकित्सक में मिला मंकी बी वायरस चीन के पहले मानव संक्रमण मामले की पुष्टि की गई है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने रविवार को यह जानकारी दी.

ग्लोबल टाइम्स के अनुसार बीजिंग के एक पशु चिकित्सक (53) में मंकी बी वायरस संक्रमण के कारण मौत हो गई. वह गैर-मानव प्राइमेट पर शोध करने वाली एक संस्था के लिए काम करते थे. मार्च की शुरुआत में दो मृत बंदरों के चीर-फाड़ करने के एक महीने बाद मतली और उल्टी के शुरुआती लक्षण दिखाई दिए थे. चीन के सीडीसी वीकली इंग्लिश प्लेटफॉर्म ऑफ चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने यह खुलासा किया है. इस पत्रिका ने कहा कि पशु चिकित्सक की 27 मई को ही मौत हो गई थी.

1932 में सामने आया था यह वायरस

चीन में पशु चिकित्सक के मंकी बी संक्रमित होने व उसके बाद मौत होने का यह पहला मामला है. शोधकर्ताओं ने अप्रैल में पशु चिकित्सक के मस्तिष्कमेरु द्रव (Cerebrospinal Fluid) को एकत्र किया था. जांच में उसमें मंकी बीवी वायरस पाया गया. इसके बाद पशु चिकित्सक के करीबी संपर्क के लोगों के नमूने लिए गए, लेकिन उनमें वायरस नहीं मिला. यह वायरस 1932 में सामने आया था. यह सीधे संपर्क और शारीरिक स्राव के माध्यम से फैलता है. इसकी मृत्यु दर 70 से 80 फीसदी है. यह वायरस सीधे संपर्क और शारीरिक स्रावों के आदान-प्रदान के माध्यम से फैलता है.

पत्रिका ने सुझाव दिया कि बंदरों में बी वायरस श्रमिकों के लिए संभावित खतरा पैदा कर सकता है. इस वायरस को खत्म करना और चीन में प्रयोगशाला निगरानी तंत्र को मजबूत करना आवश्यक है.

पढ़ेंः अमेरिका में मिला मंकीपॉक्स वायरस संक्रमण का पहला मामला

(एएनआई)

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