बीजिंग : चीन ने मानव तस्करी ( human trafficking) रोकने में कथित तौर पर असफल रहने के संबंध में अमेरिका की आलोचना को शुक्रवार को खारिज कर दिया. उसने कहा कि नस्ली भेदभाव का इतिहास ) history of racial discrimination) रखने वाले अमेरिका को आलोचना करने का कोई अधिकार नहीं है.
अमेरिका ने मानव तस्करी को लेकर चीन सहित 17 सरकारों पर प्रतिबंध लगाने की बृहस्पतिवार को चेतावनी दी थी. इन देशों में मलेशिया, रूस और निकारागुआ भी शामिल हैं.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन (Foreign Ministry spokesperson Wang Wenbin ) ने कहा, 'झूठ और अफवाहों के आधार पर चीन के खिलाफ अमेरिका के निराधार आरोपों का हम विरोध करते हैं.' उन्होंने अमेरिका पर चीन को बदनाम करने और उसके मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया.
अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने चीन को 'श्रेणी-3' की सरकारों की सूची में रखा है और उसका कहना है कि चीन की सरकार तस्करी रोकने के न्यूनतम मानदंड को भी पूरा करने में नाकाम रही है. विभाग का कहना है कि दुनिया भर में महिलाएं और बच्चों सहित करीब 2.5 करोड़ लोग तस्करी के शिकार होते हैं.
यह भी पढ़ें- सीपीसी के 100वें स्थापना दिवस पर मैक्लोडगंज में तिब्बतियों ने मनाया काला दिवस
वांग ने कहा कि अमेरिका मानवाधिकार की बात करने की स्थिति में नहीं है. उन्होंने उदाहरण दिया कि अमेरिका ने कैसे अश्वेतों और अमेरिकी भारतीयों के साथ दुर्व्यवहार किया. वांग ने कहा, .अमेरिका को जनसंहार, नस्ली भेदभाव और जबरन श्रम जैसे मानवाधिकार उल्लंघन की अपनी समस्याओं को दूर करने और आत्मावलोकन करने की जरुरत है.'
रिपोर्ट के अनुसार, श्रेणी-3 की सरकारों की सूची में अफगानिस्तान, अल्जीरिया, चीन, कोमोरोस, क्यूबा, इरिट्रिया, गिनी-बिसाउ, ईरान, मलेशिया, म्यांमा, निकारागुआ, उत्तर कोरिया, रूस, दक्षिण सूडान, सीरिया, तुर्कमेनिस्तान और वेनेजुएला शामिल हैं.
(पीटीआई भाषा)