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चीन ने पाकिस्तान की नौसेना के लिए उन्नत युद्धपोत लॉन्च किया - warship for Pakistan Navy

चीन और पाकिस्तान के बीच सैन्य डील के तहत चीन ने मल्टिपर्पज स्टेल्थ फ्रीगेट 054AP लॉन्च कर दिया है. यह युद्धपोत रेडार को चकमा दे सकता है. यह पनडुब्बी एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन सिस्टम के कारण कम आवाज पैदा करती है,जिससे इसका पानी के नीचे पता लगाना बहुत मुश्किल होता है. टाइप-054 श्रेणी फ्रिगेट के पहले पोत के जलावतरण के साथ ही पाकिस्तान-चीन रक्षा संबंधों में एक नया अध्याय लिख गया है.

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Published : Aug 24, 2020, 7:32 PM IST

Updated : Aug 29, 2020, 4:28 PM IST

बीजिंग/इस्लामाबाद : चीन ने पाकिस्तान के लिए बनाए जा रहे चार आधुनिक युद्धपोतों में से पहले युद्धपोत का रविवार को शंघाई में हुडोंग झोंगझुआ शिपयार्ड में जलावतरण किया.

पाकिस्तान की सरकार द्वारा संचालित समाचार एजेंसी एपीपी ने कहा कि टाइप-054 श्रेणी फ्रिगेट के पहले पोत के जलावतरण के साथ ही पाकिस्तान-चीन रक्षा संबंधों में एक नया अध्याय लिख गया है.

यह चीन की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव में चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर एक अहम हिस्सा है. इसके लिए दोनों देशों के बीच सैन्य हथियारों को लेकर भी कई डील हुई हैं.

बता दें कि यह युद्धपोत आधुनिक सतह, उप-सतह, हवाई अस्त्र रोधी युद्धक प्रबंधन प्रणाली से लैस है. यह फ्रीगेट रेडार को चकमा देने में भी सक्षम है. पाकिस्‍तान की नौसेना के पास इस समय केवल नौ फ्रीगेट्स, पांच सबमरीन और 10 मिसाइल बोट और तीन माइनस्‍वीपर हैं.

चीन- पाक
चीन- पाक1

पाकिस्‍तान को मिलने वाली चीनी युआन क्‍लास की पनडुब्‍बी दुनिया में सबसे शांत मानी जाने वाली पनडुब्‍ब‍ियों में से एक है. इन 8 में से 4 वर्ष 2023 पाकिस्‍तान को मिल जाएंगी. डीजल इलेक्ट्रिक चीन की इस पनडुब्बी में ऐंटी शिप क्रूज मिसाइल लगी होती हैं. यह पनडुब्बी एयर इंडिपैंडेंट प्रपल्शन सिस्टम के कारण कम आवाज पैदा करती है जिससे इसे पानी के नीचे पता लगाना बहुत मुश्किल होता है.

पाकिस्तान ने इसके लिए 2017 में चाइना शिपबिल्डिंग ट्रेडिंग कंपनी लिमिटेड के साथ एक करार पर हस्ताक्षर किए थे. करार के स्वरूप और पोतों की कीमत का खुलासा नहीं किया गया था.

चीन की यात्रा से लौटे कुरैशी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान और चीन परियोजना कार्यान्वयन की गति बढ़ाई जाएगी , जिससे पूरे क्षेत्र को लाभ होगा.

पढ़ें-आईएसआई के संरक्षण में फ्रांस और थाईलैंड में चल रहे आपराधिक गिरोह

CPEC, जो चीन के शिनजियांग प्रांत के साथ पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ग्वादर पोर्ट को जोड़ता है, चीन की महत्वाकांक्षी मल्टी बिलियन-डॉलर बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) की प्रमुख परियोजना है.

CPEC 2013 से पूरे पाकिस्तान में निर्माणाधीन बुनियादी ढांचे और अन्य परियोजनाओं का एक संग्रह है. इस परियोजना में में चीन ने 46 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवाश किया है.CPEC को लेकर भारत ने चीन का विरोध किया, क्योंकि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर जा रहा है.

बीजिंग/इस्लामाबाद : चीन ने पाकिस्तान के लिए बनाए जा रहे चार आधुनिक युद्धपोतों में से पहले युद्धपोत का रविवार को शंघाई में हुडोंग झोंगझुआ शिपयार्ड में जलावतरण किया.

पाकिस्तान की सरकार द्वारा संचालित समाचार एजेंसी एपीपी ने कहा कि टाइप-054 श्रेणी फ्रिगेट के पहले पोत के जलावतरण के साथ ही पाकिस्तान-चीन रक्षा संबंधों में एक नया अध्याय लिख गया है.

यह चीन की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव में चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर एक अहम हिस्सा है. इसके लिए दोनों देशों के बीच सैन्य हथियारों को लेकर भी कई डील हुई हैं.

बता दें कि यह युद्धपोत आधुनिक सतह, उप-सतह, हवाई अस्त्र रोधी युद्धक प्रबंधन प्रणाली से लैस है. यह फ्रीगेट रेडार को चकमा देने में भी सक्षम है. पाकिस्‍तान की नौसेना के पास इस समय केवल नौ फ्रीगेट्स, पांच सबमरीन और 10 मिसाइल बोट और तीन माइनस्‍वीपर हैं.

चीन- पाक
चीन- पाक1

पाकिस्‍तान को मिलने वाली चीनी युआन क्‍लास की पनडुब्‍बी दुनिया में सबसे शांत मानी जाने वाली पनडुब्‍ब‍ियों में से एक है. इन 8 में से 4 वर्ष 2023 पाकिस्‍तान को मिल जाएंगी. डीजल इलेक्ट्रिक चीन की इस पनडुब्बी में ऐंटी शिप क्रूज मिसाइल लगी होती हैं. यह पनडुब्बी एयर इंडिपैंडेंट प्रपल्शन सिस्टम के कारण कम आवाज पैदा करती है जिससे इसे पानी के नीचे पता लगाना बहुत मुश्किल होता है.

पाकिस्तान ने इसके लिए 2017 में चाइना शिपबिल्डिंग ट्रेडिंग कंपनी लिमिटेड के साथ एक करार पर हस्ताक्षर किए थे. करार के स्वरूप और पोतों की कीमत का खुलासा नहीं किया गया था.

चीन की यात्रा से लौटे कुरैशी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान और चीन परियोजना कार्यान्वयन की गति बढ़ाई जाएगी , जिससे पूरे क्षेत्र को लाभ होगा.

पढ़ें-आईएसआई के संरक्षण में फ्रांस और थाईलैंड में चल रहे आपराधिक गिरोह

CPEC, जो चीन के शिनजियांग प्रांत के साथ पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ग्वादर पोर्ट को जोड़ता है, चीन की महत्वाकांक्षी मल्टी बिलियन-डॉलर बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) की प्रमुख परियोजना है.

CPEC 2013 से पूरे पाकिस्तान में निर्माणाधीन बुनियादी ढांचे और अन्य परियोजनाओं का एक संग्रह है. इस परियोजना में में चीन ने 46 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवाश किया है.CPEC को लेकर भारत ने चीन का विरोध किया, क्योंकि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर जा रहा है.

Last Updated : Aug 29, 2020, 4:28 PM IST
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