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चीन ने पीएलए के पूर्व जनरल को शीर्ष संसदीय समिति का उपाध्यक्ष नियुक्त किया - China appoints former PLA General as Deputy Chairman of Committee

डोकलाम और लद्दाख गतिरोध से जुड़े पूर्व जनरल झाओ जोंगकी को चीन ने नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) की प्रभावशाली विदेश मामलों की समिति का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है.

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Published : Mar 1, 2021, 5:53 PM IST

बीजिंग : चीन ने जनरल झाओ जोंगकी को नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) की प्रभावशाली विदेश मामलों की समिति का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है. वह पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के पूर्व शीर्ष अधिकारी हैं जो भारत के साथ लगती सीमा पर तैनात थे.

जनरल झाओ 2017 में डोकलाम गतिरोध और 2020 में लद्दाख गतिरोध के दौरान सेना की पश्चिम कमान के प्रमुख थे. पीएलए के नियमों के मुताबिक चीन में शीर्ष जनरल के लिए सेवानिवृत्ति की उम्र 65 वर्ष है.

एनपीसी की तरफ से जारी आधिकारिक घोषणा के मुताबिक जनरल झाओ को एनपीसी के प्रभावशाली विदेश मामलों की समिति का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है.

एनपीसी की पांच मार्च से शुरू हो रही वार्षिक बैठक से पहले यह नियुक्ति की गई है. एनपीसी और चाइनीज पीपुल्स पॉलिटिकल कंसल्टेटिव कांफ्रेंस (सीपीपीसीसी) सलाहकार निकाय है जिनकी वार्षिक बैठक एक हफ्ते के लिए होगी.

जनरल झाओ के स्थान पर पिछले वर्ष दिसंबर में जनरल झांग शुडोंग को नियुक्त किया गया था. 2017 के डोकलाम गतिरोधक के दौरान झाओ पश्चिमी थियेटर कमान के प्रमुख थे. उस दौरान भूटान के दावे वाले एक इलाके में भारतीय सीमा के नजदीक पीएलए द्वारा सड़क बनाने की योजना का भारतीय सेना ने विरोध किया था.

लद्दाख गतिरोध भी जनरल झाओ के कार्यकाल में हुआ. पिछले वर्ष मई में यह तब शुरू हुआ जब चीन ने पूर्वी लद्दाख सीमा के पास सैन्य अभ्यास के लिए हजारों की संख्या में अपने सैनिकों को भेज दिया जिसके बाद भारत के साथ उसका तनाव बढ़ गया.

पढ़ें- अमेरिका सीपीसी को बदनाम न करे और अलगाववादी ताकतों का समर्थन बंद करे : चीन

पिछले वर्ष पांच मई से शुरू हुए गतिरोध के बाद पिछले महीने भारत और चीन की सेना पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी हिस्से के अधिकतर विवादित स्थानों से पीछे चली गई है और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों से वापसी के लिए वार्ता कर रही है.

बीजिंग : चीन ने जनरल झाओ जोंगकी को नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) की प्रभावशाली विदेश मामलों की समिति का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है. वह पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के पूर्व शीर्ष अधिकारी हैं जो भारत के साथ लगती सीमा पर तैनात थे.

जनरल झाओ 2017 में डोकलाम गतिरोध और 2020 में लद्दाख गतिरोध के दौरान सेना की पश्चिम कमान के प्रमुख थे. पीएलए के नियमों के मुताबिक चीन में शीर्ष जनरल के लिए सेवानिवृत्ति की उम्र 65 वर्ष है.

एनपीसी की तरफ से जारी आधिकारिक घोषणा के मुताबिक जनरल झाओ को एनपीसी के प्रभावशाली विदेश मामलों की समिति का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है.

एनपीसी की पांच मार्च से शुरू हो रही वार्षिक बैठक से पहले यह नियुक्ति की गई है. एनपीसी और चाइनीज पीपुल्स पॉलिटिकल कंसल्टेटिव कांफ्रेंस (सीपीपीसीसी) सलाहकार निकाय है जिनकी वार्षिक बैठक एक हफ्ते के लिए होगी.

जनरल झाओ के स्थान पर पिछले वर्ष दिसंबर में जनरल झांग शुडोंग को नियुक्त किया गया था. 2017 के डोकलाम गतिरोधक के दौरान झाओ पश्चिमी थियेटर कमान के प्रमुख थे. उस दौरान भूटान के दावे वाले एक इलाके में भारतीय सीमा के नजदीक पीएलए द्वारा सड़क बनाने की योजना का भारतीय सेना ने विरोध किया था.

लद्दाख गतिरोध भी जनरल झाओ के कार्यकाल में हुआ. पिछले वर्ष मई में यह तब शुरू हुआ जब चीन ने पूर्वी लद्दाख सीमा के पास सैन्य अभ्यास के लिए हजारों की संख्या में अपने सैनिकों को भेज दिया जिसके बाद भारत के साथ उसका तनाव बढ़ गया.

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पिछले वर्ष पांच मई से शुरू हुए गतिरोध के बाद पिछले महीने भारत और चीन की सेना पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी हिस्से के अधिकतर विवादित स्थानों से पीछे चली गई है और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों से वापसी के लिए वार्ता कर रही है.

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