साना: यमन में गृह युद्ध के कारण हजारों लोगों की नौकरियां, उनका कारोबार खत्म हो चुका है. लोगों के पास काम नहीं है और ना ही आमदनी का कोई जरिया है. गृह युद्ध के दौरान 60 हजार से अधिक लोग मारे गए थे.
रमजान का महीना शुरू हो गया है, जो हर मुसलमान के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है. इसमें 30 दिनों तक रोजे रखे जाते हैं. इस्लाम के मुताबिक, पूरे रमजान को तीन हिस्सों में बांटा गया है, जो पहला, दूसरा और तीसरा अशरा कहलाता है. रोजे के दौरान रोजादार पूरे दिन पांच वक्त की नमाज अदा करते हैं. सेहरी से रोजे की शुरुआत करते हैं, तो इफ्तहार से रोजा खोलते हैं.
पढ़ें:यमन के संघर्ष में अमेरिकी भूमिका खत्म करने का प्रस्ताव, ट्रंप का वीटो
इस बीच यमन में जब परिवार आम तौर पर दिन भर का उपवास तोड़ने के लिए इकट्ठा होते हैं, तो उनके लिए खर्च करना बहुत महंगा पड़ जाता है. ऐसे यमन परिवारों के लिए चैरिटी द्वारा भोजनऔर प्रार्थना माला दिये जा रहे हैं.
वहीं धर्मार्थ कार्यकर्ता राणा अल-इबसी का कहना है कि उनका उद्देश्य उन लोगों को भोजन दिलाना है, जिसकी उन्हें सख्त जरूरत है या जो विस्थापित हैं.