ETV Bharat / international

अल कायदा की दक्षिण एशिया शाखा का सरगना उमर हुआ ढेर

अल कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट के सरगना आसिम उमर को पिछले महीने ढेर कर दिया गया. अफगान अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। उनका दावा है कि उमर के साथ 6 अन्य सदस्यों को भी मार गिराया गया है. इन सदस्यों में अधिकतर पाकिस्तानी थे. पढे़ं विस्तार से...

दक्षिण एशिया शाखा का सरगना उमर हुआ ढेर
author img

By

Published : Oct 8, 2019, 11:35 PM IST

काबुल : अमेरिका और अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों ने एक संयुक्त अभियान में अल कायदा की दक्षिण एशिया शाखा के सरगना आसिम उमर को पिछले महीने ढेर कर दिया है.

अफगान अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है. उनके अनुसार उमर के साथ 6 अन्य सदस्यों को भी मार गिराया गया है

गौरतलब है कि अल कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) का गठन 2014 में हुआ था और तभी से आसिम उमर इसका सरगना था.

सुरक्षा बलों ने हेलमंद प्रांत के मूसा कला जिले में गत 23 सितम्बर को तालिबान के एक परिसर पर छापा मारा था. उस छापेमारी में एक्यूआईएस का सरगना उमर मारा गया.

अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (एनडीएस) ने ट्विटर पर बताया कि उमर पाकिस्तानी नागरिक था, लेकिन इस तरह का दावा करने वाली कुछ रिपोर्टें थी कि वह भारत में पैदा हुआ था.

एनडीएस ने ट्विटर पर बताया कि उमर के साथ संगठन के छह अन्य सदस्यों को भी मार गिराया है. उनमें से अधिकतर पाकिस्तानी थे.

पढ़ेंः अलकायदा और IS की भारत में यहूदी-इजरायलियों पर हमले की साजिश, सतर्क रहने की जरूरत

उन्होंने बताया कि उमर को तालिबान के एक परिसर में दफन कर दिया गया है. यह छापेमारी 22-23 सितम्बर की रात में की गई थी, जिसके लिए अमेरिका ने हवाई सहयोग दिया था.

अधिकारियों ने कहा कि वे अभियान के दौरान बच्चों समेत 40 आम लोगों की मौत होने का दावा करने वाली रिपोर्टों की जांच कराएंगे.

एनडीएस ने कहा कि छापेमारी में मारे गये एक्यूआईएस के छह अन्य सदस्यों में एक की पहचान रेहान के तौर पर हुई है. वह अल कायदा के सरगना एमन अल जवाहिरी का सहायक था.

वैसे, अफगानिस्तान में अमेरिकी बलों ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.

काबुल : अमेरिका और अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों ने एक संयुक्त अभियान में अल कायदा की दक्षिण एशिया शाखा के सरगना आसिम उमर को पिछले महीने ढेर कर दिया है.

अफगान अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है. उनके अनुसार उमर के साथ 6 अन्य सदस्यों को भी मार गिराया गया है

गौरतलब है कि अल कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) का गठन 2014 में हुआ था और तभी से आसिम उमर इसका सरगना था.

सुरक्षा बलों ने हेलमंद प्रांत के मूसा कला जिले में गत 23 सितम्बर को तालिबान के एक परिसर पर छापा मारा था. उस छापेमारी में एक्यूआईएस का सरगना उमर मारा गया.

अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (एनडीएस) ने ट्विटर पर बताया कि उमर पाकिस्तानी नागरिक था, लेकिन इस तरह का दावा करने वाली कुछ रिपोर्टें थी कि वह भारत में पैदा हुआ था.

एनडीएस ने ट्विटर पर बताया कि उमर के साथ संगठन के छह अन्य सदस्यों को भी मार गिराया है. उनमें से अधिकतर पाकिस्तानी थे.

पढ़ेंः अलकायदा और IS की भारत में यहूदी-इजरायलियों पर हमले की साजिश, सतर्क रहने की जरूरत

उन्होंने बताया कि उमर को तालिबान के एक परिसर में दफन कर दिया गया है. यह छापेमारी 22-23 सितम्बर की रात में की गई थी, जिसके लिए अमेरिका ने हवाई सहयोग दिया था.

अधिकारियों ने कहा कि वे अभियान के दौरान बच्चों समेत 40 आम लोगों की मौत होने का दावा करने वाली रिपोर्टों की जांच कराएंगे.

एनडीएस ने कहा कि छापेमारी में मारे गये एक्यूआईएस के छह अन्य सदस्यों में एक की पहचान रेहान के तौर पर हुई है. वह अल कायदा के सरगना एमन अल जवाहिरी का सहायक था.

वैसे, अफगानिस्तान में अमेरिकी बलों ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.

ZCZC
PRI GEN INT
.ISLAMABAD FGN37
AFGHAN-2NDLD QAEDA
Al-Qaeda in Indian Subcontinent's India-born chief killed in US-Afghan raid
         Islamabad, Oct 8 (PTI) India-born Asim Umar, the chief of the Al-Qaeda in the Indian Subcontinent (AQIS), has been killed during a joint US-Afghan raid on a Taliban hideout in Afghanistan's Helmand province, Afghan officials said on Tuesday.
         Al-Qaeda leader Ayman al-Zawahiri had announced the formation of the AQIS to take the fight to India, Myanmar and Bangladesh in a video message in September 2014.
         Umar, who led the AQIS from its formation in 2014, was killed during a joint US-Afghan raid on a Taliban compound in Musa Qala district of Helmand province on September 23, Afghanistan's National Directorate of Security said.
         It said Omar was killed along with six other AQIS members, most of them Pakistani. Among them was Raihan, Umar's courier to Al-Zawahiri.
         "They had been embedded inside the Taliban compound in the Taliban stronghold of Musa Qala," the NDS said in a statement.
         Umar, who was in early 40s, was designated as a "global terrorist" by the US which placed the AQIS on the list of "foreign terrorist organisation" in 2016.
         He was former member of US designated Foreign Terrorist Organisation Harakat ul-Mujahidin - a Pakistan-based terrorist group with branches across the Indian subcontinent.
         Umar, who was born as Sana-Ul Haq in Sambhal in Uttar Pradesh, reportedly graduated from Darul Uloom seminary in Deoband in 1991. He later travelled to Pakistan where he studied at the Darul Uloom Haqqania Nowshera, the seminary which is dubbed as the 'University of Jihad'.
         The AQIS claimed responsibility for the September 6, 2014 attack on a naval dockyard in Karachi, in which militants attempted to hijack a Pakistani Navy frigate.
         It has also claimed responsibility for the murders of activists and writers in Bangladesh, including that of US citizen Avijit Roy, US Embassy local employee Xulhaz Mannan, and of Bangladeshi nationals Oyasiqur Rahman Babu, Ahmed Rajib Haideer and AKM Shafiul Islam.
         By 2017, AQIS boasted several hundred members and had cells in Afghanistan's Helmand, Kandahar, Zabul, Paktika, Ghazni, and Nuristan Provinces, Seth G Jones, a strategic expert, had said during a Congressional testimony before the House Homeland Security Subcommittee on Counterterrorism and Intelligence.
         In October 2015, US and Afghan forces targeted a large training camp in Kandahar Province, killing over one hundred operatives linked to AQIS al-Qaida in the Indian Subcontinent. PTI ZH AKJ
ZH
ZH
10082037
NNNN
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.