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लोकतंत्र पर वर्चुअल समिट : बाइडेन की सूची से चीन, रूस और तुर्की गायब - लोकतंत्र पर आभासी शिखर सम्मेलन

अमेरिका ने लोकतंत्र पर वर्चुअल समिट के लिए ताइवान को आमंत्रित किया है, जबकि नाटो सदस्य तुर्की सूची से गायब है.

लोकतंत्र पर वर्चुअल समिट
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Published : Nov 24, 2021, 8:31 AM IST

Updated : Nov 24, 2021, 10:22 AM IST

वॉशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) ने लोकतंत्र पर वर्चुअल समिट में लगभग 110 देशों को आमंत्रित किया है. जबकि चीन, रूस और तुर्की को आमंत्रित नहीं किया गया है. यह वर्चुअल समिट 9-10 दिसंबर को आयोजित की जाएगी.

अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा मंगलवार को जारी सूची के अनुसार, वर्चुअल समिट में ताइवान को आमंत्रित किया गया है. जबकि नाटो सदस्य तुर्की सूची से गायब है.

विदेश विभाग की वेबसाइट पर मंगलवार को जारी सूची से दक्षिण एशियाई क्षेत्र में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका को बाहर रखा गया है.

सूची में अमेरिका के प्रमुख पश्चिमी सहयोगी देशों के साथ भारत, पाकिस्तान और इराक भी शामिल हैं.

अमेरिका रूस के साथ-साथ अब चीन को भी अपना घोर प्रतिद्वंदी मान रहा है.

बताते चले कि, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने का चीन के अपने समकक्ष और ‘अच्छे मित्र’ शी जिनपिंग का आमंत्रण स्वीकार कर लिया है.

पुतिन अगले साल फरवरी में शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह के लिए बीजिंग आएंगे और वह 2019 में मध्य चीन के वुहान प्रांत में कोविड-19 महामारी फैलने के बाद जिनपिंग से आमने सामने की बैठक करने वाले पहले राष्ट्राध्यक्ष होंगे.

इससे कुछ दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि वह चीन के मानवाधिकार उल्लंघन को देखते हुए इन खेलों के कूटनीतिक बहिष्कार की योजना बना रहे हैं.

अमेरिका, यूरोपीय यूनियन और कई अन्य पश्चिमी देशों के कूटनीतिक बहिष्कार का हिस्सा बनने की उम्मीद थी जिसका मतलब होगा कि इनके नेता और राजनयिक उद्घाटन और समापन समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे लेकिन उनके खिलाड़ी खेलों में हिस्सा लेंगे.

(इनपुट -एएनआई व भाषा)

वॉशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) ने लोकतंत्र पर वर्चुअल समिट में लगभग 110 देशों को आमंत्रित किया है. जबकि चीन, रूस और तुर्की को आमंत्रित नहीं किया गया है. यह वर्चुअल समिट 9-10 दिसंबर को आयोजित की जाएगी.

अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा मंगलवार को जारी सूची के अनुसार, वर्चुअल समिट में ताइवान को आमंत्रित किया गया है. जबकि नाटो सदस्य तुर्की सूची से गायब है.

विदेश विभाग की वेबसाइट पर मंगलवार को जारी सूची से दक्षिण एशियाई क्षेत्र में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका को बाहर रखा गया है.

सूची में अमेरिका के प्रमुख पश्चिमी सहयोगी देशों के साथ भारत, पाकिस्तान और इराक भी शामिल हैं.

अमेरिका रूस के साथ-साथ अब चीन को भी अपना घोर प्रतिद्वंदी मान रहा है.

बताते चले कि, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने का चीन के अपने समकक्ष और ‘अच्छे मित्र’ शी जिनपिंग का आमंत्रण स्वीकार कर लिया है.

पुतिन अगले साल फरवरी में शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह के लिए बीजिंग आएंगे और वह 2019 में मध्य चीन के वुहान प्रांत में कोविड-19 महामारी फैलने के बाद जिनपिंग से आमने सामने की बैठक करने वाले पहले राष्ट्राध्यक्ष होंगे.

इससे कुछ दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि वह चीन के मानवाधिकार उल्लंघन को देखते हुए इन खेलों के कूटनीतिक बहिष्कार की योजना बना रहे हैं.

अमेरिका, यूरोपीय यूनियन और कई अन्य पश्चिमी देशों के कूटनीतिक बहिष्कार का हिस्सा बनने की उम्मीद थी जिसका मतलब होगा कि इनके नेता और राजनयिक उद्घाटन और समापन समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे लेकिन उनके खिलाड़ी खेलों में हिस्सा लेंगे.

(इनपुट -एएनआई व भाषा)

Last Updated : Nov 24, 2021, 10:22 AM IST
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