वॉशिंगटन: अमेरिका ने इराकी सीमा के पास ईरान समर्थित मिलिशिया गुटों के ठिकानों को निशाना बनाते हुए बृहस्पतिवार को हवाई हमले किए. पेंटागन ने कहा कि ये हवाई हमले इराक में इस माह की शुरुआत में किए गए रॉकेट हमले की जवाबी कार्रवाई है. रॉकेट हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और अमेरिकी सेना का एक जवान तथा अमेरिका नीत सैन्य गठबंधन के कई अन्य लोग घायल हो गए थे.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के सत्ता में आने के बाद यह सेना द्वारा किया पहला हवाई हमला है. बाइडन का सीरिया में हमले का यह कदम क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य कार्रवाई को बढ़ाने का नहीं बल्कि इराक में अमेरिकी सैनिकों की रक्षा करने की उनकी प्रतिबद्धता दर्शाता है. अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि हमें पता है कि हमने किसे निशाना बनाया है. उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि जिस स्थान को निशाना बनाया गया उसका इस्तेमाल शिया आतंकवादी हवाई हमले में करते हैं.
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गौरतलब है कि उत्तरी इराक में इरबिल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास रॉकेट हमला किया गया था, जिसमें अमेरिकी सेवा के एक असैन्य कॉन्ट्रेक्टर की मौत हो गई थी और गठबंधन के कई अन्य लोग घायल हो गए थे. इस हवाईअड्डे के पास ही में अमेरिकी सैन्य अड्डा स्थित है. ऑस्टिन ने कहा कि उन्होंने ही बाइडन को इस कार्रवाई का सुझाव दिया था. इससे पहले, पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने अमेरिका कार्रवाई को एक नपीतुली सैन्य प्रतिक्रिया करार दिया था.