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संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी संघ: 2021 में 24 शांति रक्षकों और एक आम नागरिक ने गंवाई जान - संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी संघ

संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी संघ ने बताया है की 2021 में हुए विभिन्न हमलों में संयुक्त राष्ट्र के 24 शांति रक्षकों और संयुक्त राष्ट्र के लिए काम कर रहे एक आम नागरिक की मौत हो गई. इसके साथ ही संघ ने सरकारों से संयुक्त राष्ट्र कर्मियों की रक्षा करने और उनके हत्यारों पर मुकदमा चलाने का भी आह्वान किया.

UN staff union
संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी संघ
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Published : Feb 6, 2022, 1:12 PM IST

संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी संघ के अनुसार, 2021 में हुए विभिन्न हमलों में संयुक्त राष्ट्र के 24 शांति रक्षकों और संयुक्त राष्ट्र के लिए काम कर रहे एक आम नागरिक की मौत हो गई. अंतरराष्ट्रीय नागरिक सेवा की सुरक्षा और स्वतंत्रता के लिए संयुक्त राष्ट्र की स्थायी समिति ने कहा कि मारे गए शांति रक्षकों में दो महिलाएं भी शामिल थीं. वहीं माली, लगातार आठवें वर्ष दुनिया का सबसे जोखिम वाला देश रहा, जहां 19 शांति रक्षक मारे गए.

इसके बाद चार शांति रक्षकों की मौत के साथ मध्य अफ्रीकी गणराज्य सूची में दूसरे स्थान पर रहा. संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी संघ के अध्यक्ष एटोर अरौज ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, 'एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र के कर्मियों ने सबसे अधिक कीमत चुकाई है. इसमें विशेष रूप से शांति रक्षक शामिल हैं जो दुनिया के सबसे जोखिम वाले स्थानों में सेवा दे रहे हैं.' उन्होंने कहा कि, 'इस तरह के अपराधों के लिए किसी को भी पकड़ा नहीं गया और न ही सजा दी गई. हम सरकारों से संयुक्त राष्ट्र कर्मियों की रक्षा करने और उनके हत्यारों पर मुकदमा चलाने के लिए हर संभव प्रयास करने का आह्वान करते हैं.'

स्टाफ यूनियन ने बताया कि 2021 में मरने वालों में आठ शांतिरक्षक टोगो से, चार चाड से, तीन आइवरी कोस्ट से, तीन मिस्र से और एक-एक रवांडा, बुरुंडी, कांगो, गैबॉन, मलावी और मोरक्को से थे. वहीं मारा गया एक आम नागरिक कांगो का था.

संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी संघ के अनुसार, 2021 में हुए विभिन्न हमलों में संयुक्त राष्ट्र के 24 शांति रक्षकों और संयुक्त राष्ट्र के लिए काम कर रहे एक आम नागरिक की मौत हो गई. अंतरराष्ट्रीय नागरिक सेवा की सुरक्षा और स्वतंत्रता के लिए संयुक्त राष्ट्र की स्थायी समिति ने कहा कि मारे गए शांति रक्षकों में दो महिलाएं भी शामिल थीं. वहीं माली, लगातार आठवें वर्ष दुनिया का सबसे जोखिम वाला देश रहा, जहां 19 शांति रक्षक मारे गए.

इसके बाद चार शांति रक्षकों की मौत के साथ मध्य अफ्रीकी गणराज्य सूची में दूसरे स्थान पर रहा. संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी संघ के अध्यक्ष एटोर अरौज ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, 'एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र के कर्मियों ने सबसे अधिक कीमत चुकाई है. इसमें विशेष रूप से शांति रक्षक शामिल हैं जो दुनिया के सबसे जोखिम वाले स्थानों में सेवा दे रहे हैं.' उन्होंने कहा कि, 'इस तरह के अपराधों के लिए किसी को भी पकड़ा नहीं गया और न ही सजा दी गई. हम सरकारों से संयुक्त राष्ट्र कर्मियों की रक्षा करने और उनके हत्यारों पर मुकदमा चलाने के लिए हर संभव प्रयास करने का आह्वान करते हैं.'

स्टाफ यूनियन ने बताया कि 2021 में मरने वालों में आठ शांतिरक्षक टोगो से, चार चाड से, तीन आइवरी कोस्ट से, तीन मिस्र से और एक-एक रवांडा, बुरुंडी, कांगो, गैबॉन, मलावी और मोरक्को से थे. वहीं मारा गया एक आम नागरिक कांगो का था.

(पीटीआई-भाषा)

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