वॉशिंगटन : प्रमुख भारतीय-अमेरिकी सिख नेता गुरविंदर सिंह खालसा ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका को पहले से कहीं अधिक विभाजित कर दिया है और उनके कार्यकाल में देश की प्रतिष्ठा अंतरराष्ट्रीय मंच पर इतनी क्षतिग्रस्त हो गई है कि उसे सुधारने में कई वर्ष लग जाएंगे.
भारतीय मूल के गुरविंदर सिंह (46) ने कहा, 'दोनों ओर चाहे डेमोक्रेट हो या रिपब्लिकन, लोकतंत्र पर काम जारी है... लोग उत्साहित हैं और इस बारे में बात करना चाहते हैं. चुनाव के ऐतिहासिक नतीजे दिखाते हैं कि दोनों ओर लोग यथास्थिति को बदलने को उतारू हैं.'
उन्होंने कहा, 'हमारे समाज का पहले से कहीं अधिक ध्रुवीकरण हुआ है और हम अधिक विभाजित हैं, जितना की मैंने पिछले 25 सालों में बतौर अमेरिकी देखा है. मुझे लगता है कि लोगों को इस बात की बेहद चिंता है कि उनका प्रतिनिधित्व कौन करेगा, खासकर कोविड-19 वैश्विक महामारी के समय.'
रिपब्लिकन होकर भी ट्रंप को वोट नहीं दिया
पगड़ी के संबंध में परिवहन सुरक्षा प्रशासन की नीति को बदलने में उनके प्रयासों के लिए प्रतिष्ठित 'रोजा पार्क्स ट्रेलब्लेजर' से सम्मानित खालसा ने रिपब्लिकन पार्टी का सदस्य होने के बावजूद 2016 या इस साल हुए राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप को वोट नहीं दिया था. उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि वह नैतिक रूप से राष्ट्रपति बनने योग्य हैं.'
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