वॉशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को पिछले सप्ताह कैपिटल बिल्डिंग (अमेरिकी संसद भवन) में उनके कथित उकसावे के चलते हिंसक भीड़ के घुसने संबंधी घटना की जिम्मेदार लेने से इंकार किया.
ट्रंप ने कहा, 'लोग सोचते हैं कि जो भी मैंने कहा था वो पूरी तरह सही था. कैपिटल में हुई हिंसा के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आए ट्रंप ने यह टिप्पणी की.'
वह अवैध आव्रजन के खिलाफ अपने अभियान के लिए मंगलवार को टेक्सास के लिए रवाना होने वाले थे. हालांकि, उनके कार्यकाल के केवल आठ दिन शेष हैं और दूसरी तरफ संसद में उनके खिलाफ दूसरी बार महाभियोग प्रस्ताव लाने की कवायद जारी है.
इस महाभियोग प्रस्ताव में निवर्तमान राष्ट्रपति पर अपने कदमों के जरिए छह जनवरी को 'राजद्रोह के लिए उकसाने' का आरोप लगाया गया है.
इसमें कहा गया है कि ट्रंप ने अपने समर्थकों को कैपिटल बिल्डिंग (संसद परिसर) की घेराबंदी के लिए तब उकसाया, जब वहां इलेक्टोरल कॉलेज के मतों की गिनती चल रही थी और लोगों के धावा बोलने की वजह से यह प्रक्रिया बाधित हुई. इस घटना में एक पुलिस अधिकारी समेत पांच लोगों की मौत हो गई.
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ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि असली समस्या उनकी बयानबाजी नहीं थी, बल्कि डेमोक्रेट्स द्वारा 'ब्लैक लाइव मैटर' के प्रदर्शनों और सिएटल एवं पोर्टलैंड में इस गर्मी में हुई हिंसा के संबंध में किया गया वर्णन, बयानबाजी थी.