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जमानत पर रिहा हुआ जार्ज फ्लॉयड की हत्या का संदिग्ध

कुछ महीने पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हुआ था, जिसमें इसी श्वेत पुलिस अधिकारी को जॉर्ज की गर्दन को घुटने से दबाते हुए देखा गया था, जिसके बाद 25 मई को जॉर्ज की मौत हो गई थी.वहीं जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या में शामिल पूर्व पुलिस अधिकारी को जमानत पर जेल से रिहा कर दिया गया है.

Suspected of killing George Floyd
जार्ज फ्लॉयड की हत्या का संदिग्ध रिहा
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Published : Oct 8, 2020, 2:33 PM IST

वॉशिंगटन : अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या में कथित रूप से शामिल पूर्व पुलिस अधिकारी को जमानत पर जेल से रिहा कर दिया गया है. बीबीसी की रिपोर्ट से इस बात की जानकारी मिली कि डेरेक चाउविन द्वारा दस लाख डॉलर (774,000 यूरो) के एक करार पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद बुधवार की सुबह उसे जेल से रिहा कर दिया गया.

कुछ महीने पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हुआ था, जिसमें इसी श्वेत पुलिस अधिकारी को जॉर्ज की गर्दन को घुटने से दबाते हुए देखा गया था, जिसके बाद 25 मई को जॉर्ज की मौत हो गई थी. जॉर्ज के साथ हुए इस बर्ताव का प्रभाव लोगों के दिलों दिमाग पर खूब पड़ा. जगह-जगह प्रदर्शन हुए. पुलिस प्रशासन को नए सिरे से गठित किए जाने की मांग की गई. यह सब कुछ 'ब्लैक लाइव्स मैटर' मूवमेंट से प्रेरित था.

पढ़ें : वाशिंगटन में प्रदर्शनकारियों को अपने घर पनाह देकर हीरो बने राहुल

अपने इस कृत्य और लोगों की प्रतिक्रयाओं के चलते चाउविन को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा था और अब उसे अगले साल मार्च में मामले पर होने वाली अगली सुनवाई का इंतजार है. इस हत्याकांड में शामिल तीन अन्य अधिकारियों जे अलेक्जेंडर कुएन्ग, थॉमस लेन और तू थाओ को मामले में शामिल रहने, इसका समर्थन करने और इस काम में सहायता प्रदान करने के लिए नौकरी से निकाल दिया गया था.

वॉशिंगटन : अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या में कथित रूप से शामिल पूर्व पुलिस अधिकारी को जमानत पर जेल से रिहा कर दिया गया है. बीबीसी की रिपोर्ट से इस बात की जानकारी मिली कि डेरेक चाउविन द्वारा दस लाख डॉलर (774,000 यूरो) के एक करार पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद बुधवार की सुबह उसे जेल से रिहा कर दिया गया.

कुछ महीने पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हुआ था, जिसमें इसी श्वेत पुलिस अधिकारी को जॉर्ज की गर्दन को घुटने से दबाते हुए देखा गया था, जिसके बाद 25 मई को जॉर्ज की मौत हो गई थी. जॉर्ज के साथ हुए इस बर्ताव का प्रभाव लोगों के दिलों दिमाग पर खूब पड़ा. जगह-जगह प्रदर्शन हुए. पुलिस प्रशासन को नए सिरे से गठित किए जाने की मांग की गई. यह सब कुछ 'ब्लैक लाइव्स मैटर' मूवमेंट से प्रेरित था.

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अपने इस कृत्य और लोगों की प्रतिक्रयाओं के चलते चाउविन को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा था और अब उसे अगले साल मार्च में मामले पर होने वाली अगली सुनवाई का इंतजार है. इस हत्याकांड में शामिल तीन अन्य अधिकारियों जे अलेक्जेंडर कुएन्ग, थॉमस लेन और तू थाओ को मामले में शामिल रहने, इसका समर्थन करने और इस काम में सहायता प्रदान करने के लिए नौकरी से निकाल दिया गया था.

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