लॉस एंजिलिस : अमेरिका के हवाई स्थित नौसेना के पर्ल हार्बर शिपयार्ड में बुधवार को एक अमेरिकी नाविक ने गोलीबारी कर दो लोगों की जान ले ली. गोलीबारी में एक अन्य शख्स घायल भी हुआ है. बाद में हमलावर ने खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
हमले में घायल तीसरे व्यक्ति की स्थिति स्थिर बनी हुई है. इस घटना पर भारतीय वायुसेना ने भी बयान जारी किया है. बयान के मुताबिक घटना जहां हुई उसके पास ही भारतीय एयर चीफ मार्शल आर के भदौरिया और उनकी टीम भी मौजूद थी. वायुसेना के मुताबिक भदौरिया और उनकी टीम सुरक्षित है. उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
अमेरिकी नौसैन्य अड्डे की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि यह गोलीबारी स्थानीय समयानुसार दोपहर ढाई बजे की गई जिसके बाद अड्डे को कुछ घंटों तक बंद रखना पड़ा. नौसेना अड्डे ने ट्वीट कर बताया कि हमलावर की पहचान अमेरिकी नाविक के रुप में हुई है.
अधिकारियों ने कहा, 'नाविक ने खुद को गोली मारने से पहले रक्षा मंत्रालय के तीन नागरिक सुरक्षा कर्मियों को गोली मार दी थी.' अधिकारियों के अनुसार नौसेना गोलीबारी के कारणों का पता लगाने वाली जांच का नेतृत्व कर रही है.
एक प्रत्यक्षदर्शी ने स्थानीय मीडिया को बताया कि वह अपने कंप्यूटर पर काम कर रहा था तभी उसने गोलियों की आवाज सुनी और देखा कि तीन लोग जमीन पर पड़े हैं.
एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि हमलावर ने नौसैनिक या नाविक जैसी पोशाक पहन रखी थी. उसने व्यक्ति ने हमलावर को खुद के सिर में गोली मारते भी देखा.
गोलीबारी ओहाऊ के दक्षिणी तट स्थित नौसैन्य अड्डे के दक्षिणी प्रवेश द्वार के पास हुई. यह नौसेना और वायुसेना दोनों का अड्डा है.
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यह घटना 1941 में पर्ल हार्बर पर जापान की ओर से अचानक किए गए हमले की 78वीं बरसी से तीन दिन पहले सामने आई है. उस हमले में 2,403 अमेरिकी सेवा सदस्य मारे गए थे.
हवाई के इतिहास में सबसे खतरनाक गोलीबारी की घटना 20 साल पहले हुई थी. उस घटना में एक जेरॉक्स कर्मचारी ने अपने सात सहयोगियों को गोली मार दी थी.