पोर्टलैंड (अमेरिका) : कोलंबस दिवस के विरोध में अमेरिका के पोर्टलैंड में प्रदर्शनकारियों ने पूर्व राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट और अब्राहम लिंकन की प्रतिमाओं को तोड़कर गिरा दिया. इसके साथ ही ओरेगन हिस्टोरिकल सोसाइटी में तोड़फोड़ की.
15वीं शताब्दी के इतालवी खोजकर्ता क्रिस्टोफर कोलंबस के नाम पर सोमवार के संघीय अवकाश के जवाब में प्रदर्शन आयोजकों ने इसे 'इंडीजेनस पीपल्स डे ऑफ रेज' करार दिया. अमेरिका के मूल निवासियों के अधिकारों के पैरोकारों का कहना है कि कोलंबस ने ध्रुवीकरण किया और अमेरिका में स्वदेशी आबादी के खिलाफ उस नरसंहार को हवा दी जो अब सदियों से चली आ रही है.
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, रविवार रात प्रदर्शनकारियों के समूह ने रूजवेल्ट की प्रतिमा के चारों ओर जंजीरें बांध दीं और प्रतिमा का नाम 'थियोडोर रूजवेल्ट, रफ राइडर' रख दिया. उन्होंने स्मारक पर लाल पेंट भी फेंका.
भीड़ ने लिंकन की प्रतिमा को गिराया
रात के नौ बजे से कुछ ही देर पहले मूर्ति को भीड़ ने नीचे गिरा दिया. समूह ने बाद में लिंकन की प्रतिमा की ओर रुख किया और इसके लगभग आठ मिनट बाद उसे भी नीचे गिरा दिया.
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इतिहासकारों का कहना है कि रूजवेल्ट ने मूल अमेरिकियों के प्रति शत्रुता की भावना व्यक्त की थी.
जन सुरक्षा कार्यालय में घुसी भीड़
मूर्तियों को गिराए जाने के बाद प्रदर्शनकारियों की भीड़ ओरेगन हिस्टोरिकल सोसाइटी की ओर बढ़ी और वहां की खिड़कियों को तोड़ दिया और बाद में पोर्टलैंड स्टेट यूनिवर्सिटी कैंपस के जन सुरक्षा कार्यालय में घुस गए.