सिएटल : जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने सिएटल की पार्किंग में अनोखे तरीके से प्रदर्शन किया. कुछ देर तक वह अपने हाथ अपनी पीठ के पीछे जमीन से टिकाए लेटे रहे. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वह अनुभव करना चाहते हैं कि मरने से पहले जॉर्ज फ्लॉयड के साथ मिनीपोलिस के पुलिस अधिकारियों ने कैसे व्यवहार किया था.
प्रदर्शनकारी सामंथा सुवाओ ने कहा कि उन्हें लगता है कि यह अंतर्मन को झकझोरता है. एक अन्य जगह हो रहे प्रदर्शन में प्रदर्शनकारी ने पुलिस की घेराबंदी को तोड़ने की कोशिश की. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया जब पुलिस उस प्रदर्शनकारी को वहां से ले जा रही थी.
उग्र विरोध प्रदर्शन को शांत करने के लिए सिएटल में नेताओं ने पूरे शहर में लगे कर्फ्यू को अचानक से हटाने का फैसला किया. मेयर जेनी दुर्कन ने बुधवार शाम ट्विटर पर कहा कि पुलिस प्रमुख कारमेन बेस्ट के सामुदायिक सदस्यों से मिलने के बाद वह कर्फ्यू समाप्त कर रही हैं, जो शनिवार तक चलने वाला था. प्रदर्शनकारी कई दिनों से पुलिस हिरासत में जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे.
दुर्कन ने कहा कि पुलिस प्रमुख कारमेन बेस्ट ने आश्वस्त किया है कि बिना कर्फ्यू के शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन जारी रहे सकते हैं और पुलिस जनता की सुरक्षा करने में सक्षम है. जो आज रात शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने चाहते हैं वह भी जान लें कि वह अपना प्रदर्शन जारी रख सकते हैं. प्रदर्शनकारी अपनी आवाज सरकार तक पहुंचा सकते हैं.
ब्लैक लाइव्स मैटर के बोर्ड लिए प्रदर्शनकारियों ने पुलिस विभाग के बजट में कटौती करने की मांग की. प्रदर्शनकारियों ने उन पैसों को सामाजिक कार्यों में लगाने की मांग की.
वॉशिंगटन लेफ्टिनेंट गवर्नर साइरस हबीब ने ट्वीट किया कि उन्हें खुशी है कि सिएटल ने बात मान ली. उन्होंने कहा कि कर्फ्यू ने हालात को और खराब कर दिया था. अन्य शहरों को भी ऐसा ही करना चाहिए.
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