डेलरे बीच(अमेरिका) : अमेरिका में 11 सिंतबर 2001 को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले की एक तस्वीर में धुएं के गुबार एवं मलबे से बचकर भाग रहे व्यक्ति की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई. उसके परिवार ने इस बात की जानकारी दी.
पाम बीच पोस्ट के मुताबिक न्यूयॉर्क के रहने वाले इस इलेक्ट्रिकल इंजीनियर स्टीफन कूपर की 28 मार्च को डेलरे बीच के मेडिकल सेंटर में कोरोना के कारण मृत्यु हो गई थी. वह 78 वर्ष के थे.
एक समाचार एजेंसी के एक फोटोग्राफर द्वारा हमले की ली गई वह तस्वीर, दुनिया भर के अखबारों और पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई थी और इसे न्यूयॉर्क के 9/11 स्मारक संग्रहालय में प्रदर्शित किया गया है.
कूपर की 27 वर्षीय बेटी जेसिका राशेस ने बताया, 'हर साल 11 सितंबर को वह पत्रिकाएं लेने जाते थे और लौटकर तस्वीर दिखाते थे. वह परिवार की पार्टी समारोहों में भी वह तस्वीर दिखाते थे.'
कूपर की लंबे समय तक दोस्त रही सुसैन गोल्ड का कहना है कि कूपर उस तस्वीर अपने 'पहचान पत्र' की तरह रखता था. उन्होंने बताया कि कूपर ने तस्वीर की एक प्रति लेमिनेट करवा कर अपने बटुए में रखी थी.
तस्वीर खींचने वाली एसोसिएटेड प्रेस की फोटोग्राफर सुजैन प्लंकेट ने लिखा कि वह तस्वीर के दो अन्य लोगों के संपर्क में थीं लेकिन कूपर को वह नहीं जानती थीं.
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कूपर की मौत के बाद प्लंकेट ने लिखा, 'यह शर्मनाक है कि मैं मि. कूपर की पहचान से अनभिज्ञ थी.'
कूपर के 33 साल तक सहयोगी रहे जेनेट राशेस ने कहा, 'उन्हें पता भी नहीं था कि तस्वीर ली गई है. अचानक उन्होंने एक दिन टाइम पत्रिका देखी. उन्होंने उसमें खुद को देखा और कहा 'ओ माई गॉड. यह मैं हूं.' वह आश्चर्यचकित थे, उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था.'