लंदन : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के एक शीर्ष वैज्ञानिक ने कहा कि यह साबित हो गया है कि मलेरिया की दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए लोगों की मौत रोकने में कारगर नहीं है.
बहरहाल, डॉ सौम्या स्वामीनाथन का यह भी कहना है कि लोगों को कोरोना के संक्रमण की चपेट में आने से रोकने में इस दवा की भूमिका हो सकती है. इस संबंध में क्लीनिकल परीक्षण चल रहे हैं.
सौम्या ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा कि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि संक्रमण के शुरू में कोरोना महामारी की प्रचंडता रोकने या कम करने में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन की भूमिका है या नहीं.
उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा किए जा रहे अन्य परीक्षणों का संदर्भ देते हुए कहा कि हम अब तक यह नहीं जानते. इसलिए बड़े पैमाने पर परीक्षण पूरे होने और आंकड़े हासिल करने की जरूरत है.