ETV Bharat / international

अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में रूढ़िवादियों के बहुमत से बड़े बदलाव की उम्मीद - अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट

अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट की जज रूथ बादर गिन्सबर्ग की मृत्यु के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने न्यायाधीश एमी कोनी बारेट को उनकी जगह नामित किया है. अगर बारेट की इस पद पर नियुक्ति हो जाती है तो रूढ़िवादियों को 6-3 का बहुमत मिल जाएगा. विधि विशेषज्ञ इसे अमेरिका के लिए घातक मान रहे हैं.

us-supreme-court
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट
author img

By

Published : Oct 5, 2020, 3:25 PM IST

वॉशिंगटन : अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में एक पद के लिए जगह बनने के बाद वहां पूर्ण बहुमत पाने का रिपब्लिकन नेताओं का करीब 50 साल पुराना सपना पूरा होता नजर आ रहा है. रूढ़िवादियों का पूर्ण बहुमत गर्भपात अधिकार में कटौती, बंदूक अधिकार से जुड़े कानून का विस्तार और सरकार की शक्तियों को सीमित कर सकता है.

अमेरिकी इतिहास में सबसे अस्वाभाविक और राजनीतिक रूप से भयावह क्षण में आठ न्यायाधीश सोमवार को वापस काम पर लौट रहे हैं. यह न्यायाधीश अदालत की उदार धारा का नेतृत्व करने वाली अपनी सहकर्मी रूथ बादर गिन्सबर्ग के निधन से अभी शोकाकुल हैं. वह महामारी के उस दौर के बीच काम कर रहे हैं, जिसने अदालती कामकाज के तौर-तरीकों को व्यापक रूप से बदलने के लिए मजबूर कर दिया.

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों में अब एक महीने से कम का वक्त बचा है. गिन्सबर्ग का स्थान लेने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नामित न्यायाधीश एमी कोनी बारेट ऐसे वक्त में अदालत की पीठ में शामिल हो सकती हैं, जब बड़े फैसलों पर चर्चा होनी है. इन मामलों में चुनाव के बाद वहनीय देखभाल अधिनियम को खत्म करने की रिपब्लिकन पार्टी की ताजा कोशिशों पर दलीलें भी शामिल हैं. इस अधिनियम से दो करोड़ से ज्यादा लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलता है.

बारेट की इस पद पर पुष्टि से रूढ़िवादियों को 6-3 का बहुमत मिल जाएगा और मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स की अदालत के फैसलों के संचालन करने की क्षमता भी प्रभावित होगी. ऐसा इसलिए क्योंकि रॉबर्ट भले ही तीन अन्य उदारवादी न्यायाधीशों का पक्ष ले भी लें, तो भी रूढ़िवादियों के पास पांच मत होंगे.

यह भी पढ़ें- अमेरिकी राष्ट्रपतियों के स्वास्थ्य को लेकर जनता को अंधेरे में रखने का लंबा इतिहास

बर्कले स्थित कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में विधि के प्रोफेसर ओरिन केर्र कहते हैं मेरा अनुमान है कि हम व्यापक और संभवत: अधिकारों में काफी तेजी से परिवर्तन देखने जा रहे हैं.

वॉशिंगटन : अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में एक पद के लिए जगह बनने के बाद वहां पूर्ण बहुमत पाने का रिपब्लिकन नेताओं का करीब 50 साल पुराना सपना पूरा होता नजर आ रहा है. रूढ़िवादियों का पूर्ण बहुमत गर्भपात अधिकार में कटौती, बंदूक अधिकार से जुड़े कानून का विस्तार और सरकार की शक्तियों को सीमित कर सकता है.

अमेरिकी इतिहास में सबसे अस्वाभाविक और राजनीतिक रूप से भयावह क्षण में आठ न्यायाधीश सोमवार को वापस काम पर लौट रहे हैं. यह न्यायाधीश अदालत की उदार धारा का नेतृत्व करने वाली अपनी सहकर्मी रूथ बादर गिन्सबर्ग के निधन से अभी शोकाकुल हैं. वह महामारी के उस दौर के बीच काम कर रहे हैं, जिसने अदालती कामकाज के तौर-तरीकों को व्यापक रूप से बदलने के लिए मजबूर कर दिया.

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों में अब एक महीने से कम का वक्त बचा है. गिन्सबर्ग का स्थान लेने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नामित न्यायाधीश एमी कोनी बारेट ऐसे वक्त में अदालत की पीठ में शामिल हो सकती हैं, जब बड़े फैसलों पर चर्चा होनी है. इन मामलों में चुनाव के बाद वहनीय देखभाल अधिनियम को खत्म करने की रिपब्लिकन पार्टी की ताजा कोशिशों पर दलीलें भी शामिल हैं. इस अधिनियम से दो करोड़ से ज्यादा लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलता है.

बारेट की इस पद पर पुष्टि से रूढ़िवादियों को 6-3 का बहुमत मिल जाएगा और मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स की अदालत के फैसलों के संचालन करने की क्षमता भी प्रभावित होगी. ऐसा इसलिए क्योंकि रॉबर्ट भले ही तीन अन्य उदारवादी न्यायाधीशों का पक्ष ले भी लें, तो भी रूढ़िवादियों के पास पांच मत होंगे.

यह भी पढ़ें- अमेरिकी राष्ट्रपतियों के स्वास्थ्य को लेकर जनता को अंधेरे में रखने का लंबा इतिहास

बर्कले स्थित कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में विधि के प्रोफेसर ओरिन केर्र कहते हैं मेरा अनुमान है कि हम व्यापक और संभवत: अधिकारों में काफी तेजी से परिवर्तन देखने जा रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.