वॉशिंगटन : अमेरिका में ट्रंप प्रशासन ने वर्ष के अंत तक विदेशियों के लिए एच-1 बी सहित अस्थाई वर्किंग वीजा निलंबित कर दिया है. यह निलंबन साल के अंत तक जारी रहेगा.
प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एच-1 बी अमेरिकी वीजा प्रणाली में सुधार के लिए अस्थाई कार्रवाई है, जिससे 525,000 अमेरिकी लोगों के लिए नौकरियों के नए रास्ते खुलेंगे.
बता दें, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करेंगे, जिसमें 31 दिसंबर तक चलने वाले कुछ अपवादों के साथ एच-1बी, एच-4, एच-2बी, जे-1 और एल-1 वीजा पर नए प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया गया है.
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ट्रंप प्रशासन ने वीजा शासन के व्यापक सुधार के लिए भी निर्देश जारी किए थे, जो एच-1 बी वीजा के लिए वर्तमान लॉटरी प्रणाली को एक योग्यता आधारित प्रणाली के साथ बदल देगा.
इस बारे में बात करते हुए ईटीवी भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञ टी एस चंद्रशेखर ने कहा कि अमेरिका द्वारा एच-1बी वीजा का सस्पेंशन भारत और इसके अन्य उद्योगों को सीधे तौर पर प्रभावित करने वाला है.
उन्होंने कहा कि यह वह लोग हैं जो बहुत योग्य हैं, स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हैं और टेक्नोलॉजी को अगली पीढ़ी को दे रहे हैं. भारत अमेरिकी ऑपरेटिंग सिस्टम, माइक्रोसॉफ्ट वर्ड्स, गूगल सर्च, फेसबुक चैट का उपयोग करता है.
चंद्रशेखर ने कहा हम आईटी-आईटीईएस के निर्माता और उपभोक्ता भी हैं, इसलिए हमें चीन या कोरिया के बराबर नहीं समझा जाना चाहिए. अमेरिका को भारत के लिए एच-1 बी वीजा पर छूट दी जानी चाहिए.