बोगोटा : कोलंबिया के पूर्वी राज्य अरौका में विद्रोही समूहों के बीच संघर्ष (Clashes between rebel groups in Arauca) बढ़ने के कारण इस सप्ताहांत हुई हिंसा में कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई है और 20 लोगों को अपने घर छोड़कर जाने को मजबूर होना पड़ा. कोलंबिया सरकार रेवोल्यूशनरी आर्म्ड फोर्सेस ऑफ कोलंबिया (FARC) के साथ 2016 में हुए शांति समझौते के बाद हत्या की घटनाओं की दर कम करने में सफल रही थी, लेकिन हाल में बढ़ी हिंसात्मक घटनाओं से उसे झटका लगा है. सरकार देश के ग्रामीण इलाकों में हिंसा को काबू करने के लिए संघर्ष कर रही है, जहां छोटे विद्रोही समूह और मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले संगठन तस्करी के मार्गों, अवैध खनन और अन्य मामलों को लेकर आपस में लड़ रहे हैं.
अरौका में कोलंबिया के कुछ सबसे बड़े तेल के कुएं हैं और इससे एक पाइपलाइन भी गुजरती है, जिस पर विद्रोही समूह नियमित रूप से हमला करते रहते हैं और इससे तेल चोरी करते हैं. कोलंबिया की सेना ने सोमवार को एक बयान में बताया कि अरौका में गुरिल्ला समूह नेशनल लिबरेशन आर्मी (Guerrilla group National Liberation Army in Arauca) और शांति समझौते में शामिल होने से इनकार करने वाले एफएआरसी के पूर्व सदस्यों के बीच हिंसा हुई. सेना ने कहा कि दोनों समूह इलाके में नशीले पदार्थों की तस्करी पर अपने आधिपत्य को लेकर संघर्ष कर रहे हैं.
एक मानवाधिकार अधिकारी जुआन कार्लोस विलाटे ने 'कोलंबियाज ब्लू रेडियो' को बताया कि उन्हें सप्ताहांत में 50 लोगों के लापता होने और 27 लोगों की मौत होने की खबर मिली है. 'ह्यूमन राइट्स वॉच' ने कहा कि उसे 24 लोगों की मौत के अलावा जबरन विस्थापन और अपहरण की खबर मिली है.
(पीटीआई-भाषा)