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एलएसी पर सैन्यशक्ति बढ़ा रहा चीन, सत्तावादी शासन करते हैं ऐसी कार्रवाई : पोम्पियो

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने आरोप लगाया है कि चीन जमीनी स्तर पर अपनी 'रणनीतिक स्थिति' का अपने लाभ के लिए उपयोग कर रहा है और दूसरों के लिए खतरा पैदा कर रहा है. भारत के साथ लगी अपनी सीमा पर भी वह लंबे समय से इसी तरह की हरकत कर रहा है. यह सब वह विश्व के कई देशों पर दबदबा कायम करने के लिए कर रहा है.

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पोम्पिओ
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Published : Jun 2, 2020, 2:20 PM IST

Updated : Jun 2, 2020, 3:10 PM IST

वॉशिंगटन : चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने चीन के इस कदम पर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्तावादी शासन इस प्रकार की कार्रवाई करते हैं. आज भी चीनी सेना भारतीय सीमा एलएसी के उत्तर में बढ़ रही है.

बता दें कि हाल ही में लद्दाख और उत्तरी सिक्किम सीमा के साथ कई क्षेत्रों में भारतीय और चीनी दोनों सेनाओं द्वारा प्रमुख सैन्य निर्माण हुआ है. इन सैन्य निर्माणों को लेकर दोनों देशों में तनाव बढ़ गया.

पोम्पियो ने कहा कि चीन ने वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस की जानकारी भी दुनियाभर में छिपाई है. इसके साथ ही हांगकांग के लोगों की स्वतंत्रता भी नष्ट करने के लिए भी कार्रवाई कर रही है.

उन्होंने कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के इस शासन के व्यवहार के सिर्फ दो टुकड़े हैं. दक्षिण चीन सागर में आगे बढ़ने के लिए बौद्धिक संपदा की चोरी करने के लिए जो गतिविधि वह कर रहा था, वह बदश्तूर जारी है.

पोम्पियो ने एक सवाल पर कहा कि चीन की तरफ से पैदा किया जा रहा खतरा वास्तविक है.

उन्होंने एक अन्य साक्षात्कार में कहा कि इस दिशा में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी लंबे समय से प्रयास कर रही है. निश्चित तौर पर जमीन पर उसे रणनीतिक स्थिति का फायदा होता है. लेकिन, आप किसी भी समस्या को चिह्नित करें तो लंबे समय से उस दिशा में वह काम कर रहा है.'

पोम्पियो ने कहा कि खतरा देखें तो भारत के साथ लगी सीमा पर जो हो रहा है, उसके लिए वह लंबे समय से प्रयास कर रहे हैं .

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा सेना को आगे करने के संबंध में उन्होंने कहा कि खतरा वास्तविक है.

उन्होंने कहा, 'चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपनी सेना की क्षमता बढ़ाने को लेकर प्रतिबद्ध हैं. हमारा रक्षा विभाग भी मानता है कि यह खतरा वास्तविक है.' चीन के राष्ट्रपति चिनफिंग सेना के प्रमुख भी हैं.

पढ़ें : चीन ने बदले तेवर, बोला-सीमा पर स्थिति स्थिर व नियंत्रण योग्य

पोम्पियो ने कहा, 'मैं आश्वस्त हूं कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में हमारा रक्षा विभाग, हमारी सेना, राष्ट्रीय सुरक्षा के हमारे प्रतिष्ठान हमें उस स्थिति में बनाए रखेंगे जहां हम अमेरिकी लोगों की रक्षा कर सकते हैं. भारत, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, जापान, ब्राजील और यूरोप समेत दुनियाभर में हमारे सहयोगियों के साथ हमारी अच्छी भागीदारी है.' उन्होंने कहा कि आज की चीनी कम्युनिस्ट पार्टी दस साल पहले की पार्टी से अलग है.

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, 'सूची बहुत लंबी है. चाहे अमेरिका के बौद्धिक संपदा अधिकार को चुराने का मामला हो, अमेरिका में लाखों लोगों की नौकरी बर्बाद करने का मुद्दा हो, दक्षिण चीन सागर में समुद्री मार्ग में खतरा पैदा करने का हो, चीन ऐसे कई कदम उठा रहा है. साथ ही, जिन स्थानों पर सेना की तैनाती का अधिकार नहीं है वहां भी चीन उनकी तैनाती कर रहा है.'

उन्होंने कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा उठाए गए ऐसे कदमों की सूची बहुत लंबी है.

वॉशिंगटन : चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने चीन के इस कदम पर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्तावादी शासन इस प्रकार की कार्रवाई करते हैं. आज भी चीनी सेना भारतीय सीमा एलएसी के उत्तर में बढ़ रही है.

बता दें कि हाल ही में लद्दाख और उत्तरी सिक्किम सीमा के साथ कई क्षेत्रों में भारतीय और चीनी दोनों सेनाओं द्वारा प्रमुख सैन्य निर्माण हुआ है. इन सैन्य निर्माणों को लेकर दोनों देशों में तनाव बढ़ गया.

पोम्पियो ने कहा कि चीन ने वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस की जानकारी भी दुनियाभर में छिपाई है. इसके साथ ही हांगकांग के लोगों की स्वतंत्रता भी नष्ट करने के लिए भी कार्रवाई कर रही है.

उन्होंने कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के इस शासन के व्यवहार के सिर्फ दो टुकड़े हैं. दक्षिण चीन सागर में आगे बढ़ने के लिए बौद्धिक संपदा की चोरी करने के लिए जो गतिविधि वह कर रहा था, वह बदश्तूर जारी है.

पोम्पियो ने एक सवाल पर कहा कि चीन की तरफ से पैदा किया जा रहा खतरा वास्तविक है.

उन्होंने एक अन्य साक्षात्कार में कहा कि इस दिशा में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी लंबे समय से प्रयास कर रही है. निश्चित तौर पर जमीन पर उसे रणनीतिक स्थिति का फायदा होता है. लेकिन, आप किसी भी समस्या को चिह्नित करें तो लंबे समय से उस दिशा में वह काम कर रहा है.'

पोम्पियो ने कहा कि खतरा देखें तो भारत के साथ लगी सीमा पर जो हो रहा है, उसके लिए वह लंबे समय से प्रयास कर रहे हैं .

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा सेना को आगे करने के संबंध में उन्होंने कहा कि खतरा वास्तविक है.

उन्होंने कहा, 'चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपनी सेना की क्षमता बढ़ाने को लेकर प्रतिबद्ध हैं. हमारा रक्षा विभाग भी मानता है कि यह खतरा वास्तविक है.' चीन के राष्ट्रपति चिनफिंग सेना के प्रमुख भी हैं.

पढ़ें : चीन ने बदले तेवर, बोला-सीमा पर स्थिति स्थिर व नियंत्रण योग्य

पोम्पियो ने कहा, 'मैं आश्वस्त हूं कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में हमारा रक्षा विभाग, हमारी सेना, राष्ट्रीय सुरक्षा के हमारे प्रतिष्ठान हमें उस स्थिति में बनाए रखेंगे जहां हम अमेरिकी लोगों की रक्षा कर सकते हैं. भारत, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, जापान, ब्राजील और यूरोप समेत दुनियाभर में हमारे सहयोगियों के साथ हमारी अच्छी भागीदारी है.' उन्होंने कहा कि आज की चीनी कम्युनिस्ट पार्टी दस साल पहले की पार्टी से अलग है.

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, 'सूची बहुत लंबी है. चाहे अमेरिका के बौद्धिक संपदा अधिकार को चुराने का मामला हो, अमेरिका में लाखों लोगों की नौकरी बर्बाद करने का मुद्दा हो, दक्षिण चीन सागर में समुद्री मार्ग में खतरा पैदा करने का हो, चीन ऐसे कई कदम उठा रहा है. साथ ही, जिन स्थानों पर सेना की तैनाती का अधिकार नहीं है वहां भी चीन उनकी तैनाती कर रहा है.'

उन्होंने कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा उठाए गए ऐसे कदमों की सूची बहुत लंबी है.

Last Updated : Jun 2, 2020, 3:10 PM IST
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