ETV Bharat / international

बाइडेन के राहत पैकेज से अगले साल तक संपूर्ण रोजगार बहाल हो सकता है: जेनेट येलेन

राष्ट्रपति जो बाइडेन की 1,900 अरब डॉलर की राहत योजना से इतना विकास होगा, जो अगले वर्ष तक संपूर्ण रोजगार बहाल करने के लिहाज से पर्याप्त होगा.

जेनेट येलेन
जेनेट येलेन
author img

By

Published : Feb 8, 2021, 12:07 PM IST

वॉशिंगटन : अमेरिका की वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने कहा है कि लाखों लोगों के बेरोजगार होने के कारण देश अब भी 'गहरी खाई' में है, लेकिन राष्ट्रपति जो बाइडेन की 1,900 अरब डॉलर की राहत योजना से इतना विकास होगा जो अगले वर्ष तक संपूर्ण रोजगार बहाल करने के लिहाज से पर्याप्त होगा.

रिपब्लिकन सीनेटरों का कहना है कि बाइडेन द्वारा प्रस्तावित धन राशि बहुत बड़ी है और इसके लिए वे पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के वित्त मंत्री रहे लैरी समर्स द्वारा की गई इस प्रस्ताव की आलोचना का हवाला देते हैं.

समर्स का कहना है कि बाइडेन की इस योजना के चलते देश के आधारभूत ढांचे में सुधार जैसी अन्य पहलों के लिए कम पैसा उपलब्ध हो पाएगा.

येलेन ने रविवार को कहा कि अभी फिलहाल महामारी के कारण उत्पन्न हुई समस्याओं मसलन मंदी, बेरोजगारी, छोटे व्यवसायों का बंद होना तथा स्कूलों को पुन: खोलने जैसी चुनौतियों से निबटने की तत्काल जरूरत है.

सदन और सीनेट ने पिछले हफ्ते एक विधेयक को मंजूरी दी थी जो बाइडेन के आर्थिक पैकेज को पारित कराने के लिए आवश्यक है.

सरकार की ओर से शुक्रवार को बताया गया कि जनवरी में अर्थव्यवस्था में महज 49,000 रोजगारों का सृजन हुआ.

पढ़ें - चीन को अमेरिका से कड़ी प्रतिस्पर्धा की उम्मीद करनी चाहिए : बाइडेन

येलेन ने कहा, 'रोजगार बाजार के लिहाज से हम अभी गहरी खाई में है और इससे बाहर निकलने का रास्ता बहुत लंबा है.' उन्होंने कहा कि यदि बाइडेन के राहत पैकेज को मंजूरी मिल जाती है तो देश अगले वर्ष तक यह सारे रोजगार को बहाल कर सकता है.

वॉशिंगटन : अमेरिका की वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने कहा है कि लाखों लोगों के बेरोजगार होने के कारण देश अब भी 'गहरी खाई' में है, लेकिन राष्ट्रपति जो बाइडेन की 1,900 अरब डॉलर की राहत योजना से इतना विकास होगा जो अगले वर्ष तक संपूर्ण रोजगार बहाल करने के लिहाज से पर्याप्त होगा.

रिपब्लिकन सीनेटरों का कहना है कि बाइडेन द्वारा प्रस्तावित धन राशि बहुत बड़ी है और इसके लिए वे पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के वित्त मंत्री रहे लैरी समर्स द्वारा की गई इस प्रस्ताव की आलोचना का हवाला देते हैं.

समर्स का कहना है कि बाइडेन की इस योजना के चलते देश के आधारभूत ढांचे में सुधार जैसी अन्य पहलों के लिए कम पैसा उपलब्ध हो पाएगा.

येलेन ने रविवार को कहा कि अभी फिलहाल महामारी के कारण उत्पन्न हुई समस्याओं मसलन मंदी, बेरोजगारी, छोटे व्यवसायों का बंद होना तथा स्कूलों को पुन: खोलने जैसी चुनौतियों से निबटने की तत्काल जरूरत है.

सदन और सीनेट ने पिछले हफ्ते एक विधेयक को मंजूरी दी थी जो बाइडेन के आर्थिक पैकेज को पारित कराने के लिए आवश्यक है.

सरकार की ओर से शुक्रवार को बताया गया कि जनवरी में अर्थव्यवस्था में महज 49,000 रोजगारों का सृजन हुआ.

पढ़ें - चीन को अमेरिका से कड़ी प्रतिस्पर्धा की उम्मीद करनी चाहिए : बाइडेन

येलेन ने कहा, 'रोजगार बाजार के लिहाज से हम अभी गहरी खाई में है और इससे बाहर निकलने का रास्ता बहुत लंबा है.' उन्होंने कहा कि यदि बाइडेन के राहत पैकेज को मंजूरी मिल जाती है तो देश अगले वर्ष तक यह सारे रोजगार को बहाल कर सकता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.