केनोशा : अमेरिका के विस्कॉन्सिन स्थित केनोशा में जैकब ब्लेक नामक अश्वेत व्यक्ति के पुलिस गोलीबारी में जख्मी होने के बाद उपजे जनाक्रोश के मद्देनजर लगाया गया कर्फ्यू बुधवार को हटा दिया गया.
अमेरिका में नवम्बर में होने वाले चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन के यहां आने से एक दिन पहले कर्फ्यू हटाया गया है. कर्फ्यू को एक संघीय मुकदमे में असंवैधानिक भी बताया गया था. ब्लेक के 23 अगस्त को पुलिस की गोलीबारी में घायल होने के बाद से कर्फ्यू लगा था.
जैकब ब्लेक सीनियर ने बुधवार को 'न्यूज नेशन' को बताया था कि उनका बेटा अब आईसीयू से बाहर आ गया है.
ब्लेक को पुलिसकर्मियों द्वारा गोली मारने का वीडियो वायरल होने के बाद कई शहरों में नस्लवाद से जुड़े अन्याय को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे और कई जगह तोड़फोड़ तथा आगजनी हुई थी. इस दौरान 25 अगस्त को गोलीबारी में तीन प्रदर्शनकारी घायल भी हो गए थे, जिनमें से दो की मौत हो गई.
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इस संबंध में 17 वर्षीय कायले रिटनहाउस पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है. उसके वकील का कहना है कि उसने खुद को बचाने के लिए गोली चलाई थी.
बाइडेन ने बुधवार को कहा था कि ब्लेक पर गोली चलाने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.
इससे पहले मंगलवार को केनोशा के दौरे पर पहुंचे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने केनोशा हिंसा को 'घरेलू आतंकवाद' बताते हुए डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने ब्लेक का कोई जिक्र तक नहीं किया.
बाइडेन केनोशा की अपनी यात्रा के दौरान ब्लेक के परिवार से भी मिल सकते हैं. ट्रंप ने उनके परिवार से मुलाकात नहीं की थी.
अमेरिका में तीन नवम्बर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप और बाइडेन एक-दूसरे को टक्कर दे रहे हैं.