न्यूयॉर्क : रैनसमवेयर हमले के बाद पूरे ईस्ट कोस्ट में ईंधन का परिवहन करने वाली अमेरिका की पाइपलाइन कंपनी ने अपना परिचालन रोक दिया है. राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन के अधिकारियों ने कहा, सरकार आपूर्ति संबंधी संभावित समस्याओं को दूर करने के लिए राज्य एवं स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर उपायों पर काम कर रही है और कई तरह के कदम उठाने की योजना बना रही है.
वाणिज्य मंत्री गीना रेमोंडो ने कहा कि इस तरह की घटना कारोबार के लिए बहुत चिंताजनक है और वह साइबर हमले की समस्या से निपटने के लिए गृह सुरक्षा मंत्री के साथ मिलकर काम करेंगी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन को मामले से अवगत कराया गया है.
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विशेषज्ञों का कहना है कि हमले से गैसोलिन की आपूर्ति और कीमतों पर प्रभाव पड़ने की आशंका तब तक कम है, जब तक कि इसके कारण पाइपलाइन को बहुत लंबे समय तक बंद न रखना पड़े. रैनसमवेयर हमला ऐसा मालवेयर (दुर्भावना से बनाया गया सॉफ्टवेयर) होता है. जो किसी कंप्यूटर सिस्टम को ब्लॉक कर देता है और उसका डेटा वापस करने या कंप्यूटर को फिर से खोल सकने के लिए फिरौती की मांग करता है.
आपराधिक हैकर ऐसे साइबर हमलों को अंजाम देते हैं. कोलोनियल पाइपलाइन कंपनी ने यह नहीं बताया कि किस चीज की मांग की गई और किसने मांग की है. कंपनी पर हुआ यह हमला अहम ढांचों के बेहद नुकसानदेह साबित होने वाले साइबर हमलों की चपेट में आने की संवेदनशीलता को दर्शाता है.
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यह प्रशासन के लिए नयी चुनौती लेकर आया है, जो कुछ महीने पहले हुए हैकिंग संबंधी बड़े हमलों से अब भी निपट ही रहा है. इसमें सरकारी एजेंसियों और कॉर्पोरेशन में बड़े पैमाने पर किया गया अतिक्रमण शामिल है, जिसके लिए अमेरिका ने पिछले महीने रूस पर प्रतिबंध लगा दिया था.