मुंबई: नेपोटिज्म एक ऐसा मुद्दा है, जो कि कभी-भी ठंडा नहीं पड़ने वाला है और बॉलीवुड में अक्सर इस मुद्दे पर एक्टर्स अपनी-अपनी राय रखते आए हैं. इस कड़ी में हालिया ब्लॉकबस्टर फिल्म 12th फेल फेम एक्टर विक्रांत मैसी ने भी खुलकर बात की और अपनी राय रखी. इस दौरान विक्रांत मैसी ने इंडस्ट्री को लेकर अपनी एक अलग धारणा बताई. उनका मानना है कि यह एक योग्यता-आधारित संस्थान है, जहां कॉम्पटिशन है और लोग योग्यता के साथ आगे बढ़ते हैं.
पर्याप्त अवसर मिलते हैं
एक्टर विक्रांत मैसी ने कहा लोग नेपोटिज्म की बात करते हैं (भाई-भतीजावाद) लेकिन मैं लोगों से कहता हूं कि चांदनी चौक में एक दुकानदार भी दुकान पर बैठने के लिए किसी की तलाश में बाहर नहीं जाएगा, वह अपने बेटे से ही पहले पूछेगा. तो, ऐसा हर क्षेत्र में होता है. मैं कोई प्रशिक्षित अभिनेता नहीं हूं. यदि आप किसी के बेटे या बेटी हैं और आपको पर्याप्त अवसर मिलते हैं, यदि आप काम में अच्छे नहीं हैं, तो आपको तुरंत इस इंडस्ट्री से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा.
चुनौतीपूर्ण इंडस्ट्री है ये
अभिनेता ने कहा कि यह भी एक सच्चाई है कि यह एक चुनौतीपूर्ण इंडस्ट्री है. मैंने कई लोगों को उत्तर भारत से आते देखा है, जिनकी अपनी कोठिया है, वे उन्हें छोड़कर यहां आ गए और मैंने उन्हें 6-6 लोगों के साथ सोते हुए देखा है. इसलिए, यह गलत धारणा है कि यहां चीजें आसान हैं, यह एक बहुत ही लोकतांत्रिक समुदाय है. यह एक बहुत मजबूत और प्रगतिशील समुदाय है लेकिन यह एक परिवार नहीं है. ऐसे हजारों अभिनेता हैं जो मेरी जगह लेना चाहते हैं तो क्या वे मेरा भला चाहते हैं? नहीं, अगर मैं अपना पैर तोड़ देता हूं, तो कोई और आएगा और मेरी जगह लेगा और अगले 4 दिनों में शूटिंग शुरू कर देगा.
'12वीं फेल' को मिल रही जमकर तारीफ
उन्होंने आगे कहा कि 'यह एक खूबसूरत इंडस्ट्री है, जहां जाति और धर्म कोई मायने नहीं रखता'. इस बीच वर्कफ्रंट की बात करें तो विक्रांत की हालिया रिलीज '12th फेल' को ऑस्कर 2024 में भेजा गया है. फिल्म की कमल हासन, ऋषभ शेट्टी, संजय दत्त, फरहान अख्तर और अनिल कपूर सहित अन्य दिग्गज सितारों ने सराहना की है. विधु विनोद चोपड़ा द्वारा निर्देशित '12वीं फेल' यूपीएससी के उम्मीदवारों के इर्द-गिर्द घूमती है और वास्तविक जीवन के अनुभवों पर आधारित है.