हैदराबाद : तेलुगू सिनेमा के दिग्गज एक्टर, राइटर, डायरेक्टर और फिल्म निर्माता मानवा बलैया का 92 साल की उम्र में उनके आवास युसूफगुढ़ा (हैदराबाद) में निधन हो गया. उनके परिवार ने यह जानकारी दी है. परिजन ने बताया कि 9 अप्रैल को उनके जन्मदिन के दिन उनका निधन हो गया. अभिनय जगत के कलाकार और राजनेताओं ने फिल्ममेकर के निधन पर दुख प्रकट कर शोक जताया है.
मानवा बलैया का जन्म 9 अप्रैल 1930 को आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में चेवापडू गांव (वैकेंटपुरम-अमरावती) के गुरुवैया-अन्नापुर्णमा में हुआ था. उन्होंने साल 1952 में मैकेनिकल इंजीनियर में स्नातक किया था. वहीं, साल 1957 तक उन्होंने मद्रास और काकिनाडा पॉल्टेक्निकल कॉलेज में बतौर लेक्चरर पढ़ाया था. वह मद्रास गुंडी कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ड्रामा में भाग लिया करते थे.
साल 1958 में आई फिल्म 'एट्टुकु पाई एट्टू' में उन्होंने लीड रोल प्ले किया था. इसके बाद उन्हें फिल्म 'भाग्य देवता' और 'कुमकुमा रेखा' जैसी फिल्मों में देखा गया था. वहीं, फिल्म 'भू-कैलाश' में उन्होंने भगवान शिव का किरदार किया था. उन्होंने तकरीबन 300 फिल्मों में अलग-अलग किरदार निभाए थे.
वहीं, साल 1970 में बलैया ने अपना प्रोड्क्शन हाउस 'अमृत फिल्म प्रोडक्शन' खोला. उन्होंने 'नेरामू-शिखा', 'अन्नाथमुल्ला काठा', 'एनाती बंधम एनतिधो' जैसी फिल्मों का निर्माण किया था.
बलैया को आंध्र प्रदेश सरकार ने फिल्म 'चेल्लेली कपूरम' के लिए उन्हें बेस्ट मूवी के नंदी अवार्ड से सम्मानित किया था. बलैया ने 'पुलिस अल्लुडु' (1994) और 'उरीकिचना माता' (1981) जैसी फिल्मों का निर्माण और निर्देशन किया था. बलैया को कई गंभीर और अहम किरदार करने के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था.
तेलुगू सिनेमा के दिग्गज एक्टर और टीवी होस्ट नंदमुरी बालाकृष्णा ने बलैया के निधन पर दुख प्रकट कर शोक जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर बाल्या की कुछ यादों को साझा किया है.
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