कोलकाता: लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में पश्चिम बंगाल की सात सीटों के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के 83 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इनमें 15 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति एक करोड़ से अधिक हैं. वहीं 23 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.
बता दें, पांचवें चरण की चुनावी दौड़ में शामिल उम्मीदवारों में तृणमूल कांग्रेस सांसद और श्रीरामपुर से प्रत्याशी कल्याण बनर्जी 17 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ सूची में सबसे धनी उम्मीदवारों में शीर्ष पर हैं. उनके बाद बैरकपुर से प्रत्याशी व पूर्व रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी दूसरे स्थान पर हैं. दिनेश की कुल जायदाद छह करोड़ रुपये से अधिक है. वहीं हुगली से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार लॉकेट चटर्जी ने अपनी संपत्ति तीन करोड़ रुपये घोषित की है.
आपको बता दें कि बनर्जी और त्रिवेदी के अलावा तृणमूल कांग्रेस के पांच उम्मीदवारों की संपत्ति दो करोड़ रुपये से अधिक है. वहीं, पार्टी के हावड़ा से उम्मीदवार प्रसून बनर्जी और अरामबाग से उम्मीदवार अपरूपा पोद्दार की संपत्ति एक करोड़ रुपये से अधिक है.
प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी की हुगली से उम्मीदवार रत्ना डे नाग ने अपनी संपत्ति तीन करोड़ रुपये घोषित की है. कांग्रेस के दो उम्मीदवार श्रीरामपुर से देबब्रत विश्वास और अरामबाग से उम्मीदवार ज्योति कुमार दास की संपत्ति क्रमश: दो करोड़ रुपये और एक करोड़ रुपये से अधिक है.
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मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की ऊलूबेरिया से उम्मीदवार मकसुदा खातून ने अपनी संपत्ति एक करोड़ रुपये घोषित की है और पार्टी के अरामबाग से प्रत्याशी शक्ति मोहन दास ने अपनी संपत्ति एक करोड़ रुपये बताई है.
पश्चिम बंगाल इलेक्शन वाच एंड एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के विश्लेषण के अनुसार, पश्चिम बंगाल की सात लोकसभा सीटों के उम्मीदवारों द्वारा पेश हलफनामे में घोषित संपत्ति के अनुसार, उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 75.24 लाख करोड़ रुपये है.
बता दें, लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में छह मई को मतदान होगा. इस चरण में शामिल पश्चिम बंगाल में 83 प्रत्याशियों में से 23 पर आपराधिक मुकदमा दर्ज है. कुल 83 उम्मीदवारों में 36 उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता पांचवीं कक्षा से 12वीं कक्षा तक है, जबकि 44 उम्मीदवार ग्रेजुएट और उससे ऊपर की डिग्री रखते हैं. तीन उम्मीदवारों ने खुद को निरक्षर घोषित किया है.