नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडाः नोएडा प्राधिकरण हर साल यह दावा करता है कि बरसात से पूर्व करोड़ों रुपये खर्च करके नालों की सफाई की जाती है, ताकि लोगों को बरसात में वॉटर लॉगिंग की समस्या का सामना न करना पड़े, लेकिन इसकी सच्चाई कुछ और ही है. गुरुवार को महज चंद घंटे की हुई बारिश ने नोएडा प्राधिकरण की पोल खोलकर रख दी है. नोएडा के महत्वपूर्ण सड़कों पर जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई. सड़कों पर गाड़ियां जलभराव के बीच से गुजर रही थीं. वहीं, पैदल चलने वाले भी घुटने भर पानी में घुसकर गुजर रहे थे.
नोएडा के सेक्टर 19, बिशनपुरा, बीएसएनल चौराहा, महामाया, 14ए ,फिल्म सिटी, सेक्टर 12 ,सेक्टर 62 ,सेक्टर 15 सहित अन्य कई सेक्टरों में जलजमाव की समस्या देखने को मिली. इस कारण कई जगहों पर गाड़ियों की लंबी लाइनें लग गई. वहीं कई सेक्टर में लोगों के घरों के अंदर पानी घुस गया. सेक्टर 19 के निवासी का कहना है कि यह पहली बार नहीं हुआ है. हर साल ही वॉटर लॉगिंग की समस्या सामने आती है. चंद घंटों की बारिश के बाद नाले उफान पर होते हैं और नालों की गंदगी सड़कों पर आ जाती है. इससे जगह-जगह जलभराव की समस्या उत्पन्न होती है.
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उनका कहना है कि नालों का पानी सड़क पर आने के चलते क्षेत्र में बदबू फैलने लगती है. इससे बरसात में मच्छरों और इससे होनेवाली बीमारियां फैलनी शुरू हो जाती है. इसकी शिकायत प्राधिकरण से की जाती है लेकिन समस्या का सामाधान नहीं हो पाता है. नोएडा प्राधिकरण के कर्मचारियों को नाले में फंसे कूड़े को निकालने के निर्देश दिए गए थे. इनका कहना है कि अभी ऐसी स्थिति है, लेकिन कुछ समय बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी.