नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडाः प्रधानमंत्री के मन की बात को जमीन पर उतारने के लिये यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) द्वारा काम किया जा रहा है. इसके तहत ग्रेटर नोएडा में दो माह में टॉय पार्क (Greater Noida toy park ) का निर्माण शुरू किया जाएगा. यह पार्क जेवर एयरपोर्ट (jawar airport) के पास सेक्टर-33 में विकसित किया जा रहा है. यह उत्तर प्रदेश का पहला टॉय पार्क होगा.
इसके लिये यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) के सेक्टर-33 में टॉयज एसोसिएशन ऑफ इंडिया (Toys Association of India) के साथ मिलकर 100 एकड़ से ज्यादा जमीन पर खिलौना उत्पादन करने वाली यूनिट के 115 उद्योगपतियों को प्लॉट आवंटित किया गया है. इसके तहत 115 उद्योगपति करीब 410 करोड़ रुपये का निवेश कर जल्दी ही टॉय पार्क में फैक्ट्री लगाने का काम शुरू कर देंगे. इन फैक्ट्रियों से 6,157 लोगों को रोजगार मिलने की पूरी उम्मीद है.
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खिलौना कारोबार में दुनिया में देश की हिस्सेदारी बढ़ाने का आह्वान बीते साल मन की बात में किया था. इसका संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ ने खिलौना कारोबार को बढ़ावा देने के लिए कई फैसले लिए थे. टॉयज एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कहा कि भारत सरकार में जो खिलौनों का इंपोर्ट होता है, उस पर भारत सरकार ने काफी ड्यूटी बढ़ा दी है और बीआईएस स्टैंडर्ड इस तरह के कर दिए गए हैं, जिससे घरेलू खिलौना उद्योग को ज्यादा राहत मिलेगी. इसको देखते हुए टॉयज एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने काफी दिलचस्पी दिखाई है.
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यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर सिंह ने बताया कि जमीन पाने वाली कंपनियां जल्दी ही टॉय पार्क में फैक्ट्री लगाने की प्रक्रिया शुरू करेगी. पार्क में जमीन लेने वाली देश की प्रमुख कंपनियों में फन जू टॉयज इंडिया, फन राइड टॉयस एलएलपी, सुपर शूज, आयुष टॉय मार्केटिंग, सनलार्ड अप्पारेल्स, भारत प्लास्टिक, जय श्री कृष्णा, गणपति क्रिएशन और आरआरएस ट्रेडर्स प्रमुख रूप से शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि टॉय पार्क में प्लास्टिक और लकड़ी से बने बैटरी से चलने वाले खिलौने बनेंगे. अभी ऐसे खिलौने चीन से आयात करने पड़ते हैं. दुनियाभर में जहां खिलौने की मांग में हर साल औसत करीब पांच फीसदी का इजाफा हो रहा है. वहीं, भारत में यह मांग 10 से 15 फीसदी है. अभी देश में खिलौना बनाने वाली करीब चार हजार से ज्यादा कंपनियां हैं.