नई दिल्ली/नोएडा: सच की तलाश में दो बाइक सवार लंदन से भारत के सफर पर निकल पड़े. सच ये जानना था कि आजकल जो कुछ भी सूचना माध्यमों के जरिए छपता है या दिखाया जाता है. वो कितना सच है, या हकीकत आखिर है क्या.
कुरियन फिलिप्स और जेसस, ये दोनों युवक बाइक पर सवार होकर लंदन की संसद से भारत की संसद तक का सफर तय करने निश्चय किया. इस दौरान दोनों 22 देशों से होकर गुजरे और 19 हजार किलोमीटर का सफर तय किया. इस सफर के दौरान जब वो नोएडा पहुंचे तो उनका नजरिया बदल गया उन्होंने पाया कि हर जगह लोग आपके हमारे जैसे होते हैं अच्छे और मददगार.
मीडिया को बताया अपने सफर का कारण
बाइक और हेलमेट लिए इन दोनों युवकों ने 22 देशों का सफर किया. अब इनकी अगली मंजिल संसद भवन है. नोएडा पहुंचने पर इनका फूल माला पहनाकर और मिठाइयां खिलाकर स्वागत किया गया. अब भारत की संसद तक जाकर ये मुंबई होते हुए वापस लंदन लौट जाएंगे. नोएडा के सफर के दौरान दोनों ने अपने-अपने इस सफर के अनुभवों को मीडिया से साझा किया.
सभी देशों ने हमारी मदद की
कुरियन कहते हैं कि हम अक्सर समाचारों में पढ़ते हैं, सुनते हैं इस जगह ये हो रहा है, उस जगह हो रहा है. हमें लगा कि जाकर देखना चाहिए कि जो दिखाया और बताया जा रहा है. उसमें कितनी सच्चाई है, इसलिए हम दोनों ट्रिप पर निकल पड़े. जिस देश में गए वहां लोगों ने हमारी मदद की.
कुरियन का कहना है कि उनके जीवन के 50 साल पूरे हो रहे हैं उसे यादगार बनाने के लिए भी उन्होंने इस एडवेंचरस ट्रिप का सहारा लिया. उनका कहना है कि हम जिस देश में भी गए वहां लोग हमेशा मदद के लिए तैयार मिले, जहां भी दिक्कत आई उन्होंने आगे बढ़कर हमारी मदद की.
पहली बार बाइक से भारत आया
वहीं जेसस का कहना है कि वह 20 साल से लंदन में रह रहे हैं और बाइक ट्रिप पर तीन-चार बार साउथ अफ्रीका घूम चुके हैं. उनका कहना है कु ये मेरा शौक है. इस बार हम दोनों साथ निकले हैं और बहुत मजे किए हैं. मैं भारत में तीन चार बार आ चुका हूं, लेकिन बाइक पर पहली बार आया हूं.
अपनी इस यात्रा के दौरान हुए अनुभव को साझा करते हुए फिलिप्स कुरियन लोगों के संदेश देते हैं कि दुनिया भर के लोगों से जाकर मिलो, वो आप और हम जैसे ही लोग हैं. सूचना माध्यमों में बहुत कुछ दिखाया जाता है और छपता है. उसके बारे में जानकर आप की सोच बादल जाएगी. जब आप उनके पास जाएंगे तो आपको पता चलेगा कि लोग बहुत अच्छे हैं और बहुत मददगार भी.