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अगले तीन दिन तक नहीं टूटेगा ट्विन टावर का मलबा, जानें वजह - ट्विन टावर के मलबे

ट्विन टावर का मलबा तोड़ने का काम अगले तीन दिन तक बंद रहेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि सोसाइटी के लोगों ने विरोध जताया है. सोसाइटी के लोगों ने क्या कहा है, पढ़िए इस रिपोर्ट में.

तीन दिन के लिए रोका गया कार्य
तीन दिन के लिए रोका गया कार्य
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Published : Sep 6, 2022, 8:25 PM IST

Updated : Sep 6, 2022, 8:49 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: ट्विन टावर ध्वस्त होने के बाद मलबा तोड़ने और स्क्रैप निकालने का काम किया जा रहा था, जिसे अगले तीन दिन तक के लिए रोक दिया गया है. मौके पर चल रही पॉपलिन से होने वाली आवाज और उड़ने वाली डस्ट को लेकर लोगों ने विरोध जताना शुरू कर दिया है. इसके चलते ये फैसला लिया गया है. फिलहाल, अन्य काम मजदूर कर रहे हैं.

तीन दिन के लिए रोका गया कार्य



नोएडा के सेक्टर 93a स्थित 7500 वर्ग मीटर में बने ट्विन टावर को ध्वस्त करने के बाद अब मलबा हटाया जा रहा है. 80 हजार टन मलबे को तोड़ने का काम करीब एक दर्जन पॉपलिन मशीनें कर रही है. मशीन चलने से ध्वनि प्रदूषण और डस्ट फैल रहा है, जिसे देखते हुए एटीएस सोसायटी के लोगों ने विरोध जताया. इसके बाद तीन दिनों के लिए वहां पर काम रोका गया है. सोसाइटी और एडिफिस कंपनी के बीच वार्ता होने के बाद ही तोड़फोड़ का काम शुरू किया जाएगा. करीब सवा सौ मजदूर लगाए गए हैं. सभी मजदूर सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक काम कर रहे हैं.


एडिफिस कंपनी के सुपरवाइजर रोहित सिंह ने बताया कि फिलहाल तीन दिनों के लिए काम रोका गया है. कंपनी, अथॉरिटी और सोसाइटी तीनों के बीच वार्ता चल रही है. जल्द कोई निष्कर्ष निकलेगा. उन्होंने बताया कि अब तक ट्विन टावर के मलबे में से 21 टन स्क्रैप निकाला गया है, जिसे पंजाब के एक स्क्रैप व्यापारी द्वारा खरीदा गया है. वहीं, अभी भी 120 लेबर लगा कर मलबा बिना पॉपलिन चलाएं काम कर रहे हैं. प्रतिदिन 16, 000 लीटर पानी का प्रयोग किया जा रहा है, ताकि डस्ट उड़ ना सके और अन्य मशीनों को चलाने के लिए प्रतिदिन एक लाख रुपए का डीजल खर्च किया जा रहा है.

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नई दिल्ली/नोएडा: ट्विन टावर ध्वस्त होने के बाद मलबा तोड़ने और स्क्रैप निकालने का काम किया जा रहा था, जिसे अगले तीन दिन तक के लिए रोक दिया गया है. मौके पर चल रही पॉपलिन से होने वाली आवाज और उड़ने वाली डस्ट को लेकर लोगों ने विरोध जताना शुरू कर दिया है. इसके चलते ये फैसला लिया गया है. फिलहाल, अन्य काम मजदूर कर रहे हैं.

तीन दिन के लिए रोका गया कार्य



नोएडा के सेक्टर 93a स्थित 7500 वर्ग मीटर में बने ट्विन टावर को ध्वस्त करने के बाद अब मलबा हटाया जा रहा है. 80 हजार टन मलबे को तोड़ने का काम करीब एक दर्जन पॉपलिन मशीनें कर रही है. मशीन चलने से ध्वनि प्रदूषण और डस्ट फैल रहा है, जिसे देखते हुए एटीएस सोसायटी के लोगों ने विरोध जताया. इसके बाद तीन दिनों के लिए वहां पर काम रोका गया है. सोसाइटी और एडिफिस कंपनी के बीच वार्ता होने के बाद ही तोड़फोड़ का काम शुरू किया जाएगा. करीब सवा सौ मजदूर लगाए गए हैं. सभी मजदूर सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक काम कर रहे हैं.


एडिफिस कंपनी के सुपरवाइजर रोहित सिंह ने बताया कि फिलहाल तीन दिनों के लिए काम रोका गया है. कंपनी, अथॉरिटी और सोसाइटी तीनों के बीच वार्ता चल रही है. जल्द कोई निष्कर्ष निकलेगा. उन्होंने बताया कि अब तक ट्विन टावर के मलबे में से 21 टन स्क्रैप निकाला गया है, जिसे पंजाब के एक स्क्रैप व्यापारी द्वारा खरीदा गया है. वहीं, अभी भी 120 लेबर लगा कर मलबा बिना पॉपलिन चलाएं काम कर रहे हैं. प्रतिदिन 16, 000 लीटर पानी का प्रयोग किया जा रहा है, ताकि डस्ट उड़ ना सके और अन्य मशीनों को चलाने के लिए प्रतिदिन एक लाख रुपए का डीजल खर्च किया जा रहा है.

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Last Updated : Sep 6, 2022, 8:49 PM IST
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