नई दिल्ली/नोएडा: महिलाओं की सुरक्षा के लिए नोएडा शहर में शक्ति स्कूटी उतारी गई थी. जिन पर दो महिला कॉन्स्टेबलों को सवार होकर अपने-अपने इलाके में महिलाओं की समस्या और उनके साथ होने वाले अपराध को रोकने का काम करना था. लेकिन अब ये शक्ति स्कूटी सड़कों से गायब होती दिख रही है.
शक्ति स्कूटी 2 साल पहले नोएडा में चलाई गई थी. ताकि महिलाओं के साथ सड़क पर होने वाले अपराधों में कमी आ सके लेकिन ऐसा नहीं हो सका. अब ये स्कूटी थानों में धूल फांक रही हैं. जिस पर पर कोई भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है. जबकि अभियान चलाने से लेकर अब तक जिले में 3 एसएसपी आ चुके हैं.
9 सितंबर 2017 को नोएडा के सेक्टर 6 में हरी झंडी दिखाकर तत्कालीन एडीजी लॉ एंड आर्डर ने नोएडा शहर में 20 शक्ति नाम से स्कूटी चलाई थी. शक्ति नाम से चलाई गई यह स्कूटी आधुनिक सुविधाओं से लैस थी जिसमें वायरलेस, हूटर के साथ ही दूसरी सुविधाएं भी दी गई थी. शक्ति अभियान का उद्देश्य था कि नोएडा में महिलाओं और लड़कियों के साथ हो रही लूट-पाट जैसी घटनाओं को रोका जा सके. शक्ति को झंडी दिखाकर रवाना जरूर किया गया पर 2 साल के अंदर शक्ति सड़कों से बाजारों से और मॉल्स के आसपास से नदारद हो गई.
उस पर तैनात महिला कांस्टेबल कहां गई किसी के पास कोई जवाब नहीं है, जब इसकी पड़ताल ईटीवी भारत ने की तो देखा कि शक्ति नाम की स्कूटी थानों में कबाड़ बन चुकी है.